मुख्य बिंदू – किसानों की शंकाएं दूर करने का प्रयास कर रही है केंद्र सरकार, केंद्रीय नेताओं और किसानों की बातचीत के सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद – हमने बातचीत 3 दिसंबर की बजाय पहलेे करने की मांग की थी जिसे केंद्र सरकार ने माना- बातचीत अधिकारी स्तर की बजाय मंत्री स्तर पर करने की मांग जेजेपी ने की थी जिसे केंद्र ने माना है। – जेजेपी नेता पूरी स्थिति और केंद्र की किसानों से बातचीत पर नजर बनाए हुए है और बातचीत के निष्कर्ष के बाद पार्टी अगला फैसला लेगी – जेजेपी किसानों की पार्टी है और सृष्टि के रहने तक जेजेपी किसानों की हितैषी रहेगी। हम चौधरी देवीलाल के विचार और किसानों के हक की बात करना कभी नहीं छोड़ेंगे। – मुख्यमंत्री जी का स्वभाव और उनकी छवि नरम है। उनके प्रति पंजाब के मुख्यमंत्री के विचार कांग्रेसी कल्चर को दिखाती है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। – किसानों का आंदोलन राजनीतिक नहीं, बल्कि किसानों की भावनाओं का आंदोलन है। – निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान का फैसला उनका व्यक्तिगत है। उनका किसानों के साथ खड़ा होना अच्छी बात है। Post navigation किसान बिल के खिलाफ युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन कर की नारेबाजी तुरंत प्रभाव से 68 पुलिस-उप-अधीक्षकों (डीएसपी) के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी