चंडीगढ़,12 नवंबर। वेतन न मिलने के कारण टूरिज्म व अन्य कई विभागों के हजारों कर्मचारी काली दिवाली मनाने पर मजबूर होंगे। जिसके कारण इन विभागों के कर्मचारियों और उसके परिजनों में सरकार व विभागों के खिलाफ भारी आक्रोश है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने सीएम को ट्वीट कर मामले में हस्तक्षेप कर दिवाली से पहले बकाया वेतन देना सुनिश्चित करने की मांग की है। हरियाणा टूरिज्म के कर्मचारियों का कहना है कि टूरिज्म के करीब एक हजार कर्मचारियों को पिछले 4-5 महीने से वेतन नही मिल पा रहा है। उन्होंने बताया की कोरोना में टूरिज्म के होटलों में कोरोना योद्वा कहें जाने वाले मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ ठहराया हुआ है और टूरिज्म कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर उनकी सेवा में जुटे हुए हैं। लेकिन हरियाणा सरकार ने इनके बिलों का भुगतान नहीं किया, जिसके कारण टूरिज्म कर्मचारियों को पिछले 4-5 महीने से वेतन नहीं मिल पा रहा है। टूरिज्म कर्मचारी वेतन की मांग को लेकर विभाग के मंत्री व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक तक मिल चुके है। लेकिन कोई समाधान न होने के कारण टूरिज्म कर्मचारियों ने हिंदुओं के सबसे बड़े त्यौहार दिपावली को काली दिवाली मनाने का फैसला लिया है। इसके बावजूद हिंदू धर्म के तथाकथित ठेकेदार पुरी तरह चुप्पी साध रहे हैं।

मेवात माडल स्कूलों के करीब पांच सौ टीचरों व गैर शिक्षक कर्मचारियों को पिछले 4-5 महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन और सीएम की घोषणा के अनुसार स्टाफ को सरकारी स्कूलों में समायोजित करने की मांग को लेकर इन टीचरों ने डीसी आफिस पर धरने व प्रर्दशन कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं होने से इन शिक्षकों ने भी काली दिवाली मनाने का निर्णय किया है। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत हजारों आईसीडीएस सुपरवाइजरों को भी 3-4 महीने से वेतन नहीं मिला है। इसी प्रकार अन्य कई विभागों में कर्मचारियों, विशेषकर ठेका कर्मचारियों को वेतन नही मिला है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने सीएम को किया ट्वीट, वेतन देने की कि मांग।