भिवानी/मुकेश वत्स  

उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य की अध्यक्षता में सडक़ सुरक्षा व सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की बैठक आयोजित हुई। आर्य ने निर्देश दिए कि जिला में ओवर स्पीड और ओवरटेक के अधिक से अधिक चालान किए जाएं, जिससे कि इनसे होने वाले हादसों से लोगों की जान बच सके। उन्होंने निर्देश दिए आने वाले धुंध के मौसम के चलते जिला में सडक़ों पर दुर्घटना संभावित स्थानों पर रिफ्लेक्टर और साईन बोर्ड लगाए जाएं।

उन्होंने कहा कि सडक़ हादसों के कारण लोगों की जान नहीं जानी चाहिए। बैठक के दौरान उपायुक्त आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर माह के दौरान जिला में 44 सडक़ हादसे हुए हैं, इनमें 35 लोग घायल हुए हैं और 16 को अपनी जान गवानी पड़ी है, यह बड़ी ही चिंता का विषय है। उन्होंने यातायात पुलिस को निर्देश दिए कि वे संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता के साथ मिलकर इन हादसों के अन्य कारणों की भी जानकारी जुटाएं, जिससे कि भविष्य में उन स्थानों पर हादसों को रोका जा सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और एनएचए के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सडक़ पर ब्लैक स्पॉट को तुरंत भरें।

उन्होंने कहा कि हादसों की संभावित जगहों पर साईन बोर्ड लगवाए जाएं। चौराहों व टी-प्ंवाईटों पर सांकेतिक बोर्ड व रिफ्लेक्टर लगाए जाएं। ब्लाइंड मोड़ पर सूचना व निर्देश के बोर्ड जरूर लगाए जाएं। उन्होंने ऑवर स्पीड एवं ऑवर टेक के ज्यादा से ज्यादा चालान करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि कैमरे से युक्त इंटरसैपटर गाड़ी हो, जिससे ओवर स्पीड वाहनों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने नगर परिषद एवं हुडा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में अमरूत योजना के तहत करवाए जा रहे कार्य से टूटी हुई सडक़ों को संबंधित ठेकेदार से दुरूस्त करवाएं। यदि ठेकेदार समय पर कार्य सही नहीं करता है तो उस पर नियम व शर्तों के अनुरूप जुर्माना लगाया जाए।

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