दीपावली से पहले हादसा, घरों के चिराग बुझने से बचे घटना एशिया की विख्यात हेलीमंडी में रामपुर गेट की. नीचे लटके तारों के कारण धराशाई हुए हाई वोल्टेज पोल. पास की दुकान में कर्मचारी और ग्राहक भी बाल बाल बचे फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र में विख्यात अनाज मंडी हेलीमंडी में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यह घटना मंगलवार को हेली मंडी के रामपुर गेट की है । रामपुर गेट से अंदर मुख्य अनाज मंडी की तरफ जाते हुए लापरवाही से लटके ढीले बिजली के तारों की वजह से हाई वोल्टेज तार के 2 पोल धराशाई हो गए । 11 मीटर ऊंचा हाई वोल्टेज तारों से लैस बिजली का पोल महज 15 फुट दूरी पर स्थित एक परचून की दुकान पर धड़ाम से जा गिरा । यह तो दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी और ग्राहकों की किस्मत अच्छी रही कि वह इस भयंकर हादसे में बाल-बाल बच गए । जबकि दुकानदार की टीन शेड सहित अन्य प्रकार का मोटा नुकसान हो गया । जानकारी के मुताबिक त्योहारी सीजन को देखते हुए यहां हेली मंडी अनाज मंडी क्षेत्र में खरीद-फरोख्त के लिए सामान लेकर बाहर से वाहन भी आ रहे हैं । बताया गया है कि नीचे लापरवाही से लटके बिजली के तार ऐसे ही किसी वाहन में उलझ गए और सीमेंट के मजबूत कहे जाने वाले बिजली के पोल ताश के पत्तों की तरह धड़ाम से नीचे आ गिरे। जिस समय यह हादसा हुआ , गनीमत यह रही कि पास में पास में ही साग-सब्जी की रेहडी लगाने वाला मौजूद नहीं था और न हीं इस वक्त रामपुर गेट पर अधिक संख्या में लोगों सहित ग्राहकों का आवागमन था । प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक और स्थानीय दुकानदारों के साथ-साथ निवासियों के आरोप अनुसार बीते 1 माह से पटौदी बिजली निगम कार्यालय और अधिकारियों को लापरवाही से बेहद नीचे लटके तारों के बारे में फोन पर बार-बार शिकायतें करके इन्हें ठीक करने की गुहार की जा रही है। लेकिन बिजली विभाग के द्वारा इस पूरे मामले को हंसी मजाक के तौर पर ही समझा जाता रहा। आसपास के दुकानदारों और निवासियों के मुताबिक जिस समय यह हादसा हुआ उसके काफी देर बाद तक भी बिजली की आपूर्ति को बंद नहीं किया गया । जबकि बिना देरी किए हादसे के बारे में फोन पर सूचना दे दी गई थी। बिजली निगम के कथित सीमेंट के मजबूत पोल के अलावा हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा लगाया गया हाई मास्क लाइट का पोल भी एक ही झटके में जमीन पर आ गिरा , अर्थात पास के दुकान पर एक नहीं 2-2 बिजली के पोल टूटकर अचानक जा गिरे । मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के जेई और स्थानीय निवासियों के बीच में विभाग सहित विभाग के संबंधित अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही सहित शिकायतों की अनदेखी के आरोप लगाए गए । हैरानी की बात यह रही की मौके पर पहुंचे बिजली निगम के कनिष्ठ अभियंता स्वास्थ्य विभाग और सरकारी गाइडलाइन की अनदेखी करते हुए लोगों की भीड़ के बीच बिना मास्क पहने ही अपनी और विभाग की गलती नहीं मानने के लिए जिद बहस करते हुए अड़े रहे । इन्हीं सब बातों को लेकर हादसे के आसपास वाले दुकानदारों और निवासियों ने बिजली निगम के जेई को जमकर खरी-खोटी सुना डाली और सीधे-सीधे आरोप लगाया कि हेली मंडी क्षेत्र के विभिन्न व्यस्त बाजार और स्थानों पर बिजली के तार लापरवाही से बेहद नीचे अभी भी लटके हुए हैं , जिनके कारण कभी भी किसी के साथ गंभीर हादसा होने की संभावना से कतई भी इनकार नहीं किया जा सकता । गुस्साए लोगों सहित उपभोक्ताओं के आरोपों से घिरे पटौदी बिजली निगम के जेई अपनी सफाई में कहने लगे कि हेली मंडी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर 1500 बिजली के पोल लगाए जा चुके हैं और दिवाली के त्योहार को देखते हुए मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है । स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता से सीधा सवाल किया कि जिस ट्रांसफार्मर और जिस पोल के साथ यह हादसा हुआ है , वहां बिजली ट्रांसफार्मर पर न तो सही प्रकार से बिजली काटने और जोड़ने के लिए हैंडल लगाया गया है , इतना ही नहीं कथित हवाई करंट कहलाने वाले ट्रांसफार्मर के ऊपर ऐसी प्लेटें लगाई हुई है जिनके कारण कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है । इसी कड़ी में महत्वपूर्ण बात यह भी है कि रामपुर गेट से लेकर हेली मंडी रेलवे और ब्रिज तक करीब 45 लाख रुपए की लागत से बनाए गए सीसी रोड तो पूरा किया जाने से पहले पटोदी के पूर्व एसडीएम राजेश कुमार प्रजापत के द्वारा पटौदी बिजली निगम को और अधिकारियों को मौके पर बुलाकर सख्त निर्देश दिए गए थे कि बीच रास्ते जो भी बिजली के पोल मौजूद हैं । उन्हें बिना किसी देरी के अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाए । कथित रूप से इस काम की एवज में बिजली निगम पटौदी के द्वारा खर्च की राशि राशि भी वसूली की जा चुकी है । लेकिन बिजली के पोल आज भी सीसी रोड के बीच में ही पहले की तरह खड़े हुए हादसों को न्योता दे रहे हैं । स्थानीय दुकानदारों के साथ-साथ निवासियों ने बिजली निगम पर और बिजली निगम के अधिकारियों पर विभिन्न प्रकार के गंभीर आरोप लगाते हुए लापरवाही बरतने की बात कही । स्थानीय निवासियों ने पटौदी के एसडीएम, पटौदी के विधायक और हरियाणा के बिजली मंत्री का ध्यान पटौदी बिजली निगम के विशेष रुप से फील्ड में काम करने वाले अधिकारियों की लापरवाही की तरफ दिलाते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाने की मांग की है। Post navigation बरोदा की जीत अन्नदाताओं की जीत है : सुनीता वर्मा प्रयोगशाला वैज्ञानिक के वैैज्ञानिक कौशल का प्लेटफार्म: धरम वीर