-कमलेश भारतीय गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ की नवनिर्वाचित अध्यक्ष फार्मेसी विभाग में कार्यरत प्रो सुमित्रा सिंह का कहना है कि सबको साथ लेकर यूनिवर्सिटी के उत्थान के लिए काम करूंगी । उल्लेखनीय है कि सन् 2001 में प्रो उषा अरोड़ा के इस पद पर चुने जाने के बाद प्रो सुमित्रा सिंह दूसरी महिला प्रधान चुनी गयी हैं । मूल रूप से करनाल निवासी सुमित्रा ने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से फार्मेसी में ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट की और फिर गुरु जम्भेश्वर के फार्मेसी विभाग में नियुक्त होने के बाद से पिछले बीस वर्षों से इसी यूनिवर्सिटी में कार्यरत हैं । पीएचडी इसी यूनिवर्सिटी से की । -क्या इससे पहले भी आप गुजुटा में किसी पद पर रही हैं ?-जी । दो बार ज्वाइंट सेक्रेटरी । -प्रधान पद पर चुनाव लड़ने का विचार कैसे आया ?-प्रो उषा अरोड़ा के बाद उन्नीस साल से कोई महिला इस पद पर नहीं आई । यह सोच कर चुनाव लड़ने की सोची और सहयोगियों ने मेरे विश्वास को बल प्रदान किया । -क्या एजेंडा लेकर मैदान में आईं ?-मुद्दे तो बहुत थे और हैं लेकिन मुख्य रूप से कैशलेस मेडिकल सुविधा , ई और एफ टाइप नये आवासों का निर्माण और रिसर्च का बजट बढ़ाये जाने समेत मूलभूत सुविधाओं की ओर ध्यान दिलाना । -जब कभी फुर्सत मिलती है तो क्या करती हैं ? यानी आपके शौक क्या हैं ?-प्रकृति के बीच समय गुजारना अच्छा लगता है । इसलिए बागवानी करती हूं । पेंटिंग कर लेती हूं । -काॅलेज और,यूनिवर्सिटी के दिनों क्या क्या शौक रहे ?-डांसिंग । लोकनृत्य का शौक । पंजाबी, हरियाणवी और,राजस्थानी नृत्य किये । लोक संस्कृति में गहरी रूचि और चाहती हूं कि बच्चों तक इसे पहुंचाऊं । हमारे बच्चे हमारी संस्कृति से अनजान न रहें । हमारी शुभकामनाएं सुमित्रा सिंह को । Post navigation एयरपोर्ट , वेंटिलेटर और नोटिस उदारता की बजाय पड़ोस में सजगता की जरूरत है