एक और बीजेपी नेता ने थामा कांग्रेस का दामन, सांसद दीपेंद्र के नेतृत्व में बीजेपी नेत्री सुदेश मोर पार्टी में शामिल
ब्राह्मण नेताओं के बाद पूरे हरियाणा के ओबीसी समाज ने दीपेंद्र के नेतृत्व में किया इंदुराज के समर्थन का ऐलान
बरोदा उपचुनाव में निर्णायक साबित हो रही हैं दीपेंद्र सिंह हुड्डा की सभाएं
लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है सांसद दीपेंद्र का क्रेज, सभाओं में जुट रही है भारी भीड़
बरोदा ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा से दीपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने आगे आ रही है 36 बिरादरी

27 अक्टूबर, गोहाना (सोनीपत) : उपचुनाव में हार सामने देखकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अबतक बरोदा में चुनाव प्रचार तक करने नहीं आए। ये कहना है राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का। सांसद दीपेंद्र लगातार बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल उर्फ भालू के लिए प्रचार कर रहे हैं। जनता के अलावा उन्हें बीजेपी नेताओं का भी साथ मिल रहा है। इसी कड़ी में आज बीजेपी नेत्री सुदेश मोर ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ज्वाइन की। सांसद दीपेंद्र ने आज बरोदा, रिढाणा, धनाना, घड़वाल, भावड़ और निजामपुर में कई जनसभाओं में शिरकत की और लोगों से वोट मांगे। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की सभाएं इस चुनाव में निर्णायक साबित हो रही हैं। हर वर्ग में सांसद दीपेंद्र का क्रेज सिर चढ़कर बोल रहा है। जहां-जहां से दीपेंद्र का काफिला गुज़र रह है, वहां माहौल एकतरफ़ा होता नज़र आ रहा है। गांव के बाहर से ही दीपेंद्र को गले लगाने वालों, हाथ मिलाने वाले युवाओं, आशीर्वाद देने वाले बुजुर्गों और लोकगीत गाती महिलाओं का बड़ा काफिला जुट जाता है।

जीत का बीड़ा उठाकर चुनावी मैदान में उतरे दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी को मात देने के लिए सिर्फ हलका नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर रणनीति बनाई है। बरोदा उपचुनाव का एलान होते ही हरियाणा का सर्वसमाज सांसद दीपेंद्र के समर्थन में एकजुट होना शुरू हो गया था। सबसे पहले वरिष्ठ ब्राह्मण नेता डॉ हर्ष मोहन भारद्वाज और हज़ारों कार्यकर्ताओं ने बरवाला में एक बड़ी जनसभा करके दीपेंद्र के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा। इसके बाद हिसार से ही बीजेपी के नेता सुभाष शर्मा ने भी दीपेंद्र के नेतृत्व में आस्था जताई। तमाम नेताओं ने ज्वाइनिंग साथ ही बरोदा में सांसद दीपेंद्र को मजबूत करने का ऐलान किया। इतना ही नहीं एससी नेताओं द्वारा योगेश्वर दत्त का बहिष्कार करने के बाद, कैहल्पा में ओबीसी महासभा ने भी प्रदेश स्तरीय सम्मेलन किया। ओबीसी महासभा ने दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में इंदूराज के समर्थन के साथ उनके लिए एकजुट होकर प्रचार का ज़िम्मा उठाया।

किसान वर्ग कृषि विरोधी 3 क़ानूनों और फसलों की एमएसपी नहीं मिलने की वजह से पहले ही उससे नाराज़ है। सांसद दीपेंद्र लंबे वक्त से इन नए क़ानूनों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं। उपचुनाव में भी वो हर सभा में इनका ज़िक्र ज़रूर करते हैं। अलग-अलग गांवों में सांसद दीपेंद्र की ट्रैक्टर रैलियां किसानों के समर्थन का खुला ऐलान है।

आज अलग-अलग गांवों में जनसभाओं को संबोधित करने हुए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी चुनाव में वोटिंग से पहले ही हार मान चुकी है। इसलिए अभी तक मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री यहां चुनाव प्रचार तक करने नहीं आए। 6 साल बरोदा की अनदेखी करने वाली सरकार ने मुखिया ने चुनाव में भी बरोदा का रुख़ करने से परहेज़ किया है। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार लगातार बरोदा का तिरस्कार कर रही है। इसलिए इस चुनाव में जनता रिकॉर्ड मतों से बीजेपी को मात देकर, इस तिरस्कार का बदला लेगी।