क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर विकास के लिए ही वोट करें : पूर्व मंत्री बीरेन्द्र सिंह 

गोहाना / हांसी ,27 अक्तूबर । मनमोहन शर्मा

 भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस चुनाव से न तो सरकार गिरेगी और न ही सरकार पलटेगी। भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन की सरकार जैसी आज है, वैसी ही उपचुनाव के बाद रहेगी। अब बाजी आपके हाथ में है कि आप लोगों ने सत्तासीन पार्टी में हिस्सा करना है या फिर विपक्ष में हिस्सा करना है। हमें जात-पात की कोई बात नहीं करनी है हमें केवल और केवल विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ने की बात करनी है और लोगों को मनाना है। ग्रामीण आंचल में किसानों को अध्यादेशों के बारे में समझाना है। उनको बताना है कि इन अध्यादेशों की सच्चाई क्या है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उपचुनाव में हलके के लोग सरकार के साथ आएं। प्रदेश में भाजपा की सरकार का सवा चार साल का कार्यकाल बचा है। विकास के मामले में बरोदा के पिछड़ेपन को भाजपा सरकार ही दूर करेगी। बरोदा में विकास का पहिया रुकने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह हल्का राजनीतिक बातों में आकर अब तक पिछड़ा रह गया है और इसके पिछड़े होने का दोष मैं अकेले कांग्रेस सरकार को नहीं देना चाहूंगा,क्योंकि लंबे समय तक इस क्षेत्र पर लोकदल का भी दबदबा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके पिछड़ेपन का एक कारण यह भी है कि यहां जात पात और क्षेत्रवाद की राजनीति चरम पर होती है।

मैं आप लोगों से यही कहने आया हूं कि इस बार क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर केवल विकास के लिए ही वोट करें। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार योगेश्वर दत्त ने पिछले 3 महीनों में सरकार की मदद लेकर जहां हलके को विभिन्न प्रकार की मूलभूत सुविधाओं का विकास करवाया जिनकी यहां लंबे समय से मांग बनी हुई थी। योगेश्वर सरकार में न होते हुए भी आपके इतने काम करवा सकता है,तो आप एक बार इसको विधायक बना दो उसके बाद यह आपके बरोदा हलके को चमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। बरोदा हलके का योगेश्वर दत्त ऐसा उम्मीदवार है जिसके सीधे मुख्यमंत्री से संपर्क है अगर उसे कोई विकास कार्य है या हल्के का कोई भी काम करवाना होता है तो मुख्यमंत्री से वह सीधा संपर्क करता है इसलिए अबकी बार विकास के लिए मतदान करो। उन्होंने कहा कि बरोदा के पिछड़ेपन के लिए पहले की सरकारें जिम्मेदार हैं। भूपेंद्र हुड्डा ने बरोदा हलके वालों के साथ भेदभाव और विश्वासघात किया है। मंच पर प्रदेश महामंत्री वेदपाल, रणदीप घनघस,जयसिंह ठेकेदार व संजय शर्मा मौजूद रहे।

हुड्डा हलके के लोगों को बहका रहा

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा इस हलके के लोगों को काफी लंबे समय से बहका रहा है। चुनाव के समय मतदान के लिए वोट यहां से लेता है और विकास किलोई हलके का करवाता है। हमें यहां के लोगों को यह भी समझाना है कि कौन सी पार्टी हल्के में विकास के दरवाजे खोल सकती है। आज कांग्रेस की राजनीति झूठ के सहारे चल रही है। झूठ के सहारे किसानों में भ्रम फैलाकर अपनी राजनीति को वह जिंदा रखे हुए है। लेकिन,सच यह है कि कांग्रेस का झूठ नहीं बिकेगा। कांग्रेस केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए आमजन व खासकर किसानों में झूठ और भ्रम का माहौल पैदा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बरोदा हल्के के लोग उपचुनाव में विपक्ष के बहकावे में ना आएं। भूपेंद्र हुड्डा तो परिवारवाद की राजनीति करता है। उपचुनाव में हलके के लोग सरकार के साथ आएं। उन्होंने कहा कि कृषि अध्यादेशों का विरोध किसान नहीं विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता कर रहे हैं। आज अगर यह बरोदा हलके का उपचुनाव नहीं होता तो सभी विपक्षी पार्टियों के नेता इन अध्यादेशों का समर्थन करते। 

हरियाणा में छह प्रकार कि कांग्रेस सक्रिय

चौ.बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अलग-अलग गुटों में बंट गई है। हरियाणा में भी कांग्रेस के छह भाग हो गए हैं भूपेंद्र हुड्डा की अलग, दीपेंद्र हुड्डा की अलग, रणदीप सुरजेवाला की अलग, कुमारी शैलजा की अलग, किरण चौधरी की अलग व कुलदीप बिश्नोई की अलग सभी अपनी अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं। पार्टी के फायदे नुकसान से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता। अकेले भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर में दो कांग्रेस की सरकार चल रही हैं।

जनता की सोच भी धीरे-धीरे बदल रही

 पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 1966 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेंहू की खरीद शुरू हुई। केंद्र सरकार द्वारा धान व गेंहू की खरीद एमएसपी पर की जाती है। प्रदेश सरकार द्वारा फसल की खरीद में पारदर्शिता लाने हेतू मेरी फसल-मेरा ब्यौरा की नई शुरूआत की गई। सरकार द्वारा इस पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसलों को खरीदा जाता है तथा किसानों की सहमती से फसलों का भुगतान भी उनके खाते में किया जाता है। सरकार द्वारा फसल खरीद की अनियमिताओं को दूर करने हेतू अनेक कदम उठाये गये है। जनता की सोच भी धीरे-धीरे बदल रही है। 

न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म नहीं होगा

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश व केंद्र की भाजपा सरकार समय-समय पर किसानों के हित की नीतियां व योजनाएं लागू कर रहीं है, यह सब विपक्ष को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा है कि अध्यादेशों में किसानों को अपनी फसल बिक्री के लिए छूट दी गई है और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अनुबंध खेती में ई- रजिस्ट्री में सारा लेखा-जोखा होगा। अनुबंध करने वाला व्यवसायी अपनी शर्तों से भाग नहीं सकेगा। कोई भी व्यवसायी अनुबंध खेती की आड़ में किसानों की जमीन नहीं ले सकेगा। कोई भी व्यवसायी एक बार अधिक धन देकर उसके चुकाने की एवज में किसानों से बंधुआ खेती भी नहीं करा सकेगा। इतना ही नहीं कोई व्यवसायी खेत में यदि ट्यूबवेल व पोली हाउस जैसा ढांचा खड़ा कराता है और यदि वह अनुबंध के बाद निश्चित समय के भीतर उसे नहीं हटाता है, तो किसान उसका मालिक बन जाएगा। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा किसानों को नवीनतम खेती की जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि नए विधेयक कृषि क्षेत्र में केंद्र सरकार का क्रांतिकारी कदम है। देश के किसान के लिए उत्पाद बेचने को अन्य विकल्पों का प्रावधान किया है,जो वास्तव में किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम करेगा।

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