जिला पदाधिकारियों की सूची पर लगी निगाहें, जिला सूची के बाद हो सकता है बड़ा विष्फोट, मंडल कार्यकारिणी में सरकारी कर्मचारी को शामिल कर भाजपा ने किया खेल, बिना पूर्व स्वीक.ृति के मंडल सूची में बांटे पद

ईश्वर धामु

भिवानी।  भाजपा के भिवानी मंडल के पदाधिकारियों की सूची पर उठा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मंडल पदाधिकारियों की सूची में पहले तो एक सरकारी कर्मचारी का नाम कार्यकारिणी में जोड़ दिया गया। जब इस बारे में जानकारी सार्वजनिक हुई तो पार्टी की अच्छी खासी फजीहत हुई। तब इसका भांडा टाइप करने वाले के सिर फोड़ दिया गया। इसको क्लेरिकल मिस्टेक बताया गया।

लेकिन चर्चाओं का सिलसिला यहीं नहीं रूका। इसके बाद ऐसे भाजपाईयों के स्वर विरोध में बदल गए, जिनको बिना उनकी पूर्व अनुमति के पद दे दिया गया या कार्यकारिणी में रखा गया। मंडल कार्यकारिणी में ऐसे भाजपाईयों को रखा गया, जो पहले सम्मानजनक पदों पर थे। ऐसे कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित है कि उनको कार्यकारिणी में स्थान देकर उनको अपमानित किया गया है क्योंकि अगर वे कार्यकारिणी सदस्य पद से त्यागपत्र देते हैं तो पार्टी उन्हें निकाल सकती है। अगर वे इस पद पर बने रहते हैं तो उनको सामाजिक अपमान झेलना पड़ता है। इस तरह उनकी राजनीति खराब करने की यह एक साजिश है। यह मुद्दा सोशल मीडिया पर हॉट केक बना हुआ है। लेकिन पार्टी की जिला इकाई इस बारे चुप्पी साधे हुए है। असंतुष्ट कार्यकर्ता अपनी रणनीति बनाने में जुट गये हैं।

चर्चाकारों का कहना है कि भाजपा की भिवानी मंडल इकाई में कभी भी विस्फोट हो सकता है। यह भी जानकारी मिली है कि यह मुद्दा जल्दी ही पार्टी की प्रदेश इकाई के संज्ञान में लाया जाएगा। दूसरी ओर यह भी पता चला है कि मंडल कार्यकारिणी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं को पहले जिला स्तरीय पद देने का प्रलोभन दिया गया था लेकिन मंडल कार्यकारिणी ने उनको स्थान देकर स्थिति को गंभीर बना दिया गया है। इतना ही नहीं अब नाराज कार्यकताओं ने अपनी ताकत बढ़ानी शुरू कर दी है। अब इस सभी की नजरें जिला पदाधिकारियों की शीघ्र जारी होने वाली सूची पर लगी हुई है।  इस बात की पूरी संभावना है कि जिला पदाधिकारी सूची के बाद यह विवाद एक नया रंग ले सकता है?

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