किसान नेताओं की गिरफतारी की माकपा ने निन्दा की

भिवानी/मुकेश वत्स  

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) जिला कमेटी भिवानी ने ओबरा में किसान सभा के जिला सचिव बलबीर ठाकन की गिरफतारी की निन्दा की है। अखिल भारतीय किसान सघर्ष समन्वय समिति के आह््वान पर 26-27 नवम्बर को होने वाले दिल्ली घेराव व ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनो के आह््वान पर होने वाली 26 नवम्बर की देशव्यापी हड़ताल को पूर्ण रूप से समर्थन दिया।

माकपा जिला सचिव कामरेेड़ ओमप्रकाश व सचिव मंडल सदस्य अनिल कुमार ने बताया कि आज अखिल भारतीय किसान सघर्ष संमवय समिति के आह््वान पर पूरे प्रदेश में तीन कृृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से खट््टर सरकार के पुतला दहन का आह््वान था। आज हरियाणा सरकार ने घोर तानाशाही रूख अपनाते हुए ओबरा से किसान सभा जिला सचिव बलबीर ठाकन को गिरफतार कर लिया। जिससे साफ पता चलता हैं कि भाजपा सरकार का जनतंत्र में विश्वास नही हैं। शांतिपूर्ण तरीके से जारी किसान आन्दोलन को भाजपा सरकार फांसीवादी तरीके से कुचलने की कोशिश कर रही है। आज किसान मजदूर कठीन दौर से गुजर रहे हैं। जहां एक तरफ मण्डिय़ों में किसानों की फसल बाजरा, कपास, मूंग न्यूनतम समर्थन मल्य पर खरीदने मे उनके सामने अनेक तरह की कठिनाईयां आ रही है, किसान तंग आकर ओने-पोने दामों पर अपनी फसल बेचने पर मजबूर हो रहे है, टयूबैलो के नये कन्कैशन पैसा भरने के बाद भी नहीं दिए जा रहे हैं। किसानो के उपर तीन काले कानून जबरदस्ती थोप दिए है, सार्वजनिक क्षेत्रों रेलवे, बिजली, संचार, बैंक, बीमा, कोयला, व हवाई अड््डो का तेजी से निजिकरण किया जा रहा है।

कहा कि कृृषि कानूनों की मार से खरीद प्रणाली व खाद्य सुरक्षा चौपट हो जाएगे। परिणाम स्वरूप मजदूरों किसानो पर भारी हमला होगा। जिसके खिलाफ देश के 252 किसान संगठनों ने 26-27 नवम्बर को दिल्ली घेराव का आह््वान किया हैं। वही दूसरी ओर मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ टेऊड यूनियनों व कर्मचारी संगठनों ने 26 नवम्बर को देशव्यापी हड़ताल का आह््वान किया है।

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