चंडीगढ़, 20 अक्तूबर- हरियाणा सरकार के हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) अधिकारियों को हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान(हिपा), गुरुग्राम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कोर्स को डॉ. खेया भट्टाचार्य द्वारा तैयार किया गया है जो इस विषय के विशेषज्ञ हैं और मार्च, 2019 तक मोरक्को में भारतीय दूतावास के राजदूत रह चुके हैं। यह कोर्स वर्चुअल मोड पर संचालित किया जा रहा है और अधिकारी अपने कार्यालयों से ही इसमें ऑनलाइन भाग ले रहे हैं।

हिपा की महानिदेशक श्रीमती सुरीना राजन ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि पाठ्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों को ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्रदान करना है कि विशेषतौर पर वर्तमान कोविड समय के दौरान कैसे वैश्वीकरण और वैश्विक मुद्दों का स्थानीय स्तर पर प्रभाव पड़ रहा है। यह मॉड्यूल हरियाणा की विकास नीतियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विदेश नीति के साथ कनेक्टिविटी की सुविधा भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि प्रख्यात विदेश नीति विशेषज्ञ, राजनयिक, भारत सरकार के सेवारत अधिकारी और शिक्षाविद् अक्तूबर 2020 से अप्रैल 2021 तक चलाए जाने वाले चार मॉड्यूलों में से पहले मॉड्यूल का संचालन कर रहे हैं।

विशेषज्ञों में राजदूत (सेवानिवृत्त) श्री विवेक काटजू, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) नव किरण सिंह घई, पीवीएसएम, एवीएसएम, राजदूत (सेवानिवृत्त), श्री दिलीप सिन्हा, डॉ. गुलशन राय पद्मश्री, श्री अशोक मलिक विदेश मंत्रालय के सलाहकार, राजदूत श्री टी.एस. तिरुमूर्ति, संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत (सेवानिवृत्त) श्री श्याम सरन, पद्म भूषण डॉ. अनूप वधावन, वाणिज्य सचिव शामिल थे। इसके अतिरिक्त राजदूत (सेवानिवृत्त) श्री निरंजन देसाई, राजदूत एरास्तुस जे.ओ. मवेंचा, चेयर अफ्रीकी संघ क्षमता निर्माण फाउंडेशन, नैरोबी, महामहिम दीनाह ग्रेस अकेलो, युगांडा के उच्चायुक्त, महामहिम मोहम्मद मलिकी, मोरक्को के राजदूत भी प्रशिक्षण के मॉड्यूल का संचालन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पहले मॉड्यूल में कोविड-19 के बाद वैश्विक अवसर एवं चुनौतियां, कोविड-19 के बाद रक्षा की जिम्मेदारी एवं वैश्विक वित्तीय आदेश सहित संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना एवं मानवीय हस्तक्षेप में भारत की भूमिका, कोविड-19 के बाद अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध, कोविड-19 के बाद भारत एवं बहु विरोधी वृत्ति, कोविड-19 के बाद यूनएन सुरक्षा परिषद के सुधार, कोविड-19 के बाद जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 के बाद कृषि पर डब्ल्यूटीओ वार्ता का प्रभाव, कोविड-19 के बाद अफ्रीकन यूनियन की भूमिका और कोविड-19 के बाद अफ्रीका की वैश्विक भूमिका विषय शामिल हैं।

श्रीमती राजन ने कहा कि मॉड्यूल हरियाणा सरकार की नीति और निर्णय लेने के तंत्र को संवर्धित करेंगे और बेहतर क्षेत्र प्रशासन सुनिश्चित होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन 14 अक्तूबर को हरियाणा के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन द्वारा किया गया था। चूंकि ‘ग्लोबल टू लोकल’ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का मुख्य संदेश रहा है इसलिए इस संदेश से एक संकेत लेते हुए हिपा, गुरुग्राम ने हरियाणा के एचसीएस अधिकारियों के लिए वैश्विक मुद्दों पर पहली बार प्रबंधन विकास कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई। श्रीमती राजन ने कहा कि इसके अलावा, हरियाणा में स्थित आईसीएआर संस्थानों के वैज्ञानिकों और अशोका विश्वविद्यालय के शिक्षाविद भी इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।

हिपा, गुरुग्राम हरियाणा सरकार का एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है, जहाँ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुशासन की नवीनतम तकनीकों और मॉडल के बारे सचेत करते हुए उन सॉफ्ट स्किल्स और अन्य रिफ्रेशर पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जाता है, जिस पर वर्तमान हरियाणा सरकार ध्यान केंद्रित कर रही है।

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