पंचकूला 18 अक्तूबर। महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन पंचकूला और चंडीगढ़ तथा अग्रवाल हेल्पलाइन पंचकूला द्वारा श्री अग्र भागवत कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता मुख्यातिथि रहे। कथावाचक आचार्य श्री नर्वदा शंकर जी अग्र भागवत मर्मज्ञ (पुष्कर वाले) ने महाराजा अग्रसेन के बारे में बताया। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण गोयल ने आये हुये अतिथियों का स्वागत किया।

अग्रकथा वाचक नर्मदा शंकर गुरुजी ने कहा कि अग्र भागवत अत्यंत प्राचीन और मानव जीवन भगवान की सर्वोत्तम कृति है। भगवान अग्रसेन का संबंध भगवान राम और श्रीकृष्ण दोनों से है। ये ऐसे महाराज हैं जिनका जन्म सूर्यवंश में हुआ और श्रीकृष्ण की कृपा भी उन्हें प्राप्त हुई। श्रीमद् भागवद का ही अगला भाग अग्र भागवत कथा है। इसमें भक्ति रस का ऐसा सागर है, जिसमें डूबने वाले को भक्ति रूपी मणि की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि अग्र भगवत कथा का श्रवण जैमिनी ऋषि ने 27 अध्याय में किया है। संसार में धन चला जाए तो समझो कुछ नहीं गया, अगर स्वास्थ्य चला जाए तो समझो कुछ गया, लेकिन अगर इज्जत चली गई तो समझो कुछ बचा ही नहीं। अगर रक्षा करनी हो तो पहले अपनी इज्जत की रक्षा करनी चाहिए।

कथा के दौरान महाराजा अग्रसेन का जन्म शिक्षा, महाभारत युद्ध में योगदान, महाराज अग्रसेन की उनके चचेरे भाई द्वारा बंदी बनाया जाना, सुरंग से महाराजा अग्रसेन का कारागृह से बाहर जाना सहित प्रसंगों को सुनाया। आचार्य नर्मदा शंकर गुरु ने अग्र भागवत कथा में कहा कि भागवत लोगों को पुण्य प्रदान करने वाला पुराण है। इसमें जीवन का सार छिपा है, जो कथा के माध्यम से सुनाया जाता है।

इस अवसर पर डॉ नरेश मित्तल, भूपिंद्र गोयल, सीबी गोयल, कुसुम कुमार गुप्ता, तेजपाल गुप्ता, बाल कृष्ण बंसल, तरसेम गर्ग, तरसेम कांसल, अरुण सिंघल, नितिन अग्रवाल, जय राजा गर्ग, राजन जैन, अमित गोयल, विजय गर्ग, राकेश गुप्ता, चंडीगढ़ अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन से आनंद सिंगला, प्रदीप बंसल, पूजा मित्तल, चंडीगढ़ अग्रवाल सभा सचिव सुनील गुप्ता, बीबी सिंगल, मैनेजर धर्मपाल, रायपुररानी से राज अग्रवाल मनीमाजरा से पवन सिंगल अपनी टीम के साथ पहुंचे।

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