चंडीगढ़, 17 अक्तूबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछले छ: वर्षों में सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरकारी तंत्र में पारदर्शिता लाने व व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाने की पहल की है और इस कड़ी में काफी हद तक सफलता भी प्राप्त हुई है, चाहे वह मैरिट आधार पर भर्तियां करने की बात हो या अध्यापक स्थानांतरण नीति की बात हो। राष्टÑीय स्तर पर हरियाणा की इस पहल की सराहना हुई है। सेक्टर-3 में हरियाणा निवास में पत्रकारो को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले छ: वर्षों में लगभग 85 हजार पदों पर सरकारी भर्तियां मैरिट आधार पर की गई हैं। उन्होंने कहा कि आगामी पाँच वर्षों में एक लाख से अधिक पदों पर और भर्तियां की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि जो मैरिट आधार पर कर्मचारी भर्ती किए गए हैं, निश्चित रूप से वे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और भ्रष्टाचार से दूर रहेंगे ऐसा उनका मानना है। शराब घोटाले के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि डिस्टलरी से लेकर शराब के ठेकेदारों तक यह एक कड़ी होती है और अलग-अलग राज्यों से इसके तार जुड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में हालांकि कोई डिस्टलरी नहीं है, लेकिन यहां पर कई बोटलिंग प्लांट है, जिससे अन्य राज्यों में शराब जाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की डिस्टलरी में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही, पुलिस व ईटीओ कार्यालय की संयुक्त पैट्रोलिंग टीमें शराब की आवजाही पर निगरानी रखती हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 में आबकारी राजस्व 3200 करोड़ रुपये था जो वर्ष 2020-21 में अब तक 6400 करोड़ रुपये हो गया है और अनुमान है कि यह 7000 करोड़ रुपये हो जाएगा। राजस्व में बढ़ोतरी यह दर्शाती है कि राज्य सरकार ने व्यवस्थाओं में सुधार किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के बाद भी जीएसटी वैट व खनन से 338 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जोकि पिछले वर्ष 330 करोड़ रुपये था। Post navigation आईटीआई से खुलासा…कैथल के फल्गु मेले में एमआरपी से अधिक मूल्य की दवाईया खरीद घोटाला हरियाणा पुलिस कुरुक्षेत्र ने ट्रांसफार्मर चोरी करने के गिरोह व चोरी का माल खरीदने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश