भारत में करीबन 3 करोड़ बच्चे मोटापा की चपेट में: डॉ. ममगाईंखर्राटे लेने का भी मुख्य कारण है मोटापा: डॉ.शैली कुरुक्षेत्र । दुनिया भर में करीबन 15 करोड बच्चे और किशोर मोटापे की चपेट में है और अगले 10 सालों में यह संख्या 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी और चीन के बाद भारत में बच्चे सबसे मोटे हैं। यह जानकारी लोकनायक जिला नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और फिजिशियन डॉ.शैलेंद्र ममगाईं शैली ने आज विश्व मोटापा जागरूकता सप्ताह की पूर्व संध्या पर एक विशेष मुलाकात में दी। डॉ.शैली ने बताया कि वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन ने 2015 में विश्व मोटापा दिवस मनाए जाने की शुरुआत की थी ।इसका मुख्य उद्देश्य मोटापे के कारण,इससे बचने व कम करने के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करना है।’चाइल्डहुड ओबेसिटी रिपोर्ट’ के हवाले से डॉ.शैली ने बताया कि चीन में 5 से 19 साल के आयु वर्ग में 6.19 करोड़ और भारत के करीबन 3 करोड़ बच्चे इसकी चपेट में है और भारत में ऑफिस जाने वाले 65 फीसदी लोग मोटापे की चपेट में हैं।यदि मोटापा बढ़ने की गति इसी दर से जारी रही तो अगले एक दशक में बच्चों का मोटापा बड़ी महामारी का रूप ले लेगी। बच्चों में मोटापे की गिरफ्त में आने वाले बड़े देशों में भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका ,नाइजीरिया ,ब्राजील,क् और मेक्सिको शामिल हैं। मोटापे से होने वाली हानियों के बारे में बताते हुए डॉ. शैली ने बताया इससे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, खर्राटे,दमा, हार्ट फैलियर, उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर, असमय मृत्युजोड़ों में दर्द, बांझपन और अत्यधिक पसीना जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर के कारण भारत में हर साल 5200000 लोगों की असमय मौत हो जाती है।इसके अलावा हृदय रोग, कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।इसके मुख्य कारणों में व्यायाम या सक्रियता में कमी ,फास्ट फूड की बढ़ती खपत, मोबाइल फोन और टीवी को ज्यादा वक्त देना, ज्यादा समय तक वाहनों में सफर करना, तली- चिकनाई चीजों का सेवन और फास्ट फूड का बढ़ता प्रचलन मुख्य रूप से शामिल हैं। इसके अलावा मोटापे के बाद बच्चों में शल्य चिकित्सा कराने का खतरा बढ़ जाता है। मोटापे के इलाज की चर्चा करते हुए डॉ.ममगाईं ने बताया कि हरी सब्जियां जैसे पालक ,मेथी और सरसों का खूब सेवन करें ,जितनी बार भोजन करें, उतनी बार थाली में एक ऐसा पकवान जरूर जरूर हो ,जिसमें प्रोटीन पाया जाता हो।थोड़ा-थोड़ा खाएं यानी आपको बहुत भूख लग रही है तो एकदम से मत खाएं ,इससे वजन भी नहीं बढ़ेगा और पेट भी नहीं निकलेगा और भोजन करने के 1 घंटे बाद ही पानी पीएं। सुबह के नाश्ते में अंकुरित चना, दलिया का सेवन पेट को हल्का रखने में मदद करता है।चावल और मीठा कम खाएं जो सीधा आपके शरीर में चर्बी बढ़ाने का काम करता है वजन घटाने का सबसे कारगर तरीका खानपान को नियंत्रित रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना है,जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के मुताबिक 1 सप्ताह में 5 दिन प्रतिदिन 30 मिनट तेज चलना मोटापा कम करने में मदद करता है, लेकिन जिन लोगों के लिए यह उपाय कारगर नहीं होते हैं या जो अत्यधिक मोटे हैं ,उनके लिए मोटापा कम करने के लिए कई उपचार भी हैं अत्यधिक कम कैलोरी युक्त भोजन जिसमें 1 दिन में 1000 से भी कम कैलरी का सेवन किया जाता है, का सेवन करना चाहिए।इससे भार तो तेजी से कम होता है लेकिन इसका सेवन फिजिशियन की सलाह से किया जाना चाहिए। इसके अलावा मोटापे से बहुत ज्यादा लोगों में एब्डोमिनोप्लास्टी, गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी की भी सलाह दी जाती है लेकिन लेकिन इसका फैसला आप के योग्य एवं कुशल चिकित्सक द्वारा ही लिया जाना चाहिए। Post navigation महान नही तो अच्छा पत्रकार बनने हेतु स्ट्रीट स्मार्ट बनने की आवश्यकता: एमएम गोयल भाजपा सांसद द्वारा निकाली ट्रैक्टर यात्रा में किसान की मौत, 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज