भिवानी। कांग्रेस नेत्री व अखिल भारतीय जाट महासभा महिला प्रदेशाध्यक्ष सविता मान ने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार किसानों के लिए एक तरह से आपदा बनकर आई। एक के बाद एक ऐसी कृषि विरोधी नीतियां किसानों पर थोपती जा रही है, जिससे पहले से ही आर्थिक रूप से बदहाल किसान के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो जाती है। सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार को न तो राज्य के कृषक वर्ग के हितों की चिंता है और न ही कृषि बचाने की।प्रदेश सरकार के एक और किसान विरोधी फैसले का उदाहरण देते हुए सविता मान ने कहा कि टयूबवेल कनैक्शन पर राज्य सरकार की नई नीति से किसानों को भारी आर्थिक हानि झेलनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि 31 जनवरी 2019 तक प्रदेश सरकार ने किसानों से टयूबवैल कनैक्शन के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित की थी। राज्य भर में 84537 किसानों से टयूबवैल कनैक्शन केलिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक मात्र करीब चार हजार किसानों को ही कनैक्शन दिया गया। किसानों ने कर्जा लेकर भारी राशी मोटर, पोल, ट्रांसफामर के लिए विभाग के पास जमा करवा रखी है। टयूबवैल कनैक्शन देने से पहले ऐसा नियम बनाया गया है कि किसान को अपने खेत में बोर करना आवश्यक है। एक बोर पर किसान को करीब चार से पांच लाख रूपये खर्च आता है। इस प्रकार कनैक्शन मिलने से पूर्व ही किसानों को पांच से सात लाख रूपये तक खर्च आता है। अब राज्य सरकार सभी आवेदनकत्र्ता किसानों को टयूबवैल कनैक्शन देने की बजाय उनके द्वारा भरी गई राशी लौटा रही है। Post navigation कांग्रेस ने किसानों को हमेशा बरगलाने का काम किया है: धनखड़ स्वच्छता को दैनिक जीवन में ढ़ालना जरूरी है: जेपी दलाल