पंचकूला, 29 सितम्बर। हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का कहना है कि पारित हुए तीनों कृषि विधेयकों के मामले में विपक्ष किसानों को गुमराह करने में लगा है। उन्होंने कहा कि केंद्र में और प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि सरकारें किसान की मदद के लिए पूरी तरहत से प्रतिबद्ध है। सरकार ही किसानों की उपज को खरीदती है और उसे पता है कि कहां किसान को नुक्सान हो रहा है। वह किसी भी सूरत में किसान का नुक्सान नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ गेहू और धान ही नहीं खरीदी जानी, किसान की कपास,मक्का,बाजरा, दालें सब्जियां, फल उसकी पोल्ट्री भी खरीदी जानी हैं। क्योंकि पैसे तो सरकार ने देने हैं, न कि विपक्ष ने, सोनियां गांधी राहुल गांधी, भूपेंद्र सिंह हुड़ा या कुमारी शैलजा ने। उन्होंने कहा कि किसानों को विपक्ष की इस सोची समझाी साजिश को समझना होगा तथा अपना भला बुरा स्वयं ही समझना होगा। धनखड़ मंगलवार को पंचकूला जर्नालिस्ट क्लब की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण गोयल बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में कर रहे थे शिरकत। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओ पी धनकड़ ने कहा कि आज किसानों के हितों की बात करने वाली कांग्रेस जब तक सत्ता में रही स्वामीनाथन की सिफारिसों की रिपोर्ट को दबाये बैठे रही और उसे लागू नहीं किया। आज वह किसान हितैषी होने का ढोंग कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की हितैषी प्रदेश व देश की भाजपा सरकारें किसान की उपज का एक एक दाना खरीदेगी और उसको किसी प्रकार का नुक्सान न हो इसका भी ध्यान रखेगी। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में 100 करोड़ टन क्विंटल गेहूं की पैदावार होती है जिसमें से 34 करोड़ टन सरकार खरीदती है। इसी प्रकार 112 करोड़ टन चावल की पैदावार होती है जिसमें से 44 करोड़ टन सरकार खरीदती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी तथ्यों को समझ कर उसकी सही ढंग से समीक्षा करनी चाहिए तथा सच को सामने लाना चाहिए,मगर आज काफी हद तक ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार तो एक मार्गदर्शक होता है जो समाज को आईना दिखाता है,मगर आज बदली हुई परस्थिति में अब हम पक्ष विपक्ष को आमने सामने रखते हैं जिस वजह से तथ्य खो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ब्यान पर ब्यान दिखाये व लिखे जाते हैं,जिसके कारण तथ्य उजागर नहीं होते। पूर्व कृषि मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि आज वह समय आ गया है कि हम खबरें आखों से देखने की बजाये कानों से देखते हैं और उसी के आधार पर अपनी राय बनाते हैं। उन्होंने पत्रकारों का आहवान किया कि वे कृषि अर्थव्यवस्था को समझाने का प्रयास करें,क्योंकि यह भी हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को न सिर्फ इस अर्थव्यवस्था को अच्छे से समझना चाहिए बल्कि विपक्ष को भी सीधे सीधे सावाल करना चाहिए कि वे अन्नदाता को गुमराह क्यों कर रहे हैं। Post navigation बाल विवाह करने के जुर्म में आरोपी गिरफ्तार बिजली ठेकेदार ने तोड़ी सप्लाई लाइन, सेक्टर 10 में ठप्प नहीं पानी की सप्लाई