अंततः सस्ती और सरकारी शिक्षा का सपना हुआ पूरा.
हेलीमंडी सहित आसपास के गरीब परिवारों के लिए राहत.
दशकों पुरानी मांग पूरी अब शताब्दियों तक मिलेगा फायदा.
एमएलए सत्य प्रकाश जरावता का बढ़़ा राजनीतिक कद

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।    पटौदी क्षेत्र की पहचान शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ेपन की रही है और इसमें भी सीधे-सीधे हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र सरकारी शिक्षा के मामले में दशकों से उपेक्षा का शिकार होता आया है । हेली मंडी इलाके में विशेष रुप से लड़कों की प्लस टू तक सरकारी शिक्षा की सुविधा की मांग दशकों से की जाती आ रही है । इस मांग को पूरा किया जाने के लिए विभिन्न सरकारों और केंद्र के मंत्रियों सहित स्थानीय नेताओं के सामने भी अनेकों बार मांग रखी गई । लेकिन लड़कों के लिए सरकारी प्लस टू तक स्कूल की व्यवस्था अथवा सुविधा नहीं मिल पा रही थी । इस मांग को पूरा किया जाने के लिए खासतौर से हेली मंडी ,टोडापुर ,जाटोली के गरीब परिवारों सहित अभिभावकों के द्वारा धरना प्रदर्शन तक किए गए।  विधानसभा चुनाव के समय भी यह मामला गर्म हुआ , लेकिन खास तवज्जो नहीं मिल सकी और तो और सुबे में बीजेपी वन खट्टर सरकार के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा के द्वारा भी हेलीमंडी इलाके में प्लस टू सरकारी स्कूल लड़कों की शिक्षा के लिए आरंभ किए जाने की समय वध घोषणा भी पूरी नहीं हो सकी।

चुनाव के बाद पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के संज्ञान में हेली मंडी-जाटौली क्षेत्र में लड़कों की शिक्षा के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल की मांग रखी गई । उन्होंने मामले की संवेदनशीलता और सरकार की शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए साथ ही साथ शिक्षा के मौलिक अधिकार को केंद्र में रखकर बीजेपी-जजपा सरकार के सामने मजबूती से हेली मंडी जाटौली इलाके में लड़कों की शिक्षा के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल खोले जाने की पैरवी की । अंततः बीते 30 जुलाई को एमएलए जरावता के द्वारा सार्वजनिक रूप से बताया गया हेली मंडी-जाटोली में रहने वाले तमाम गरीब परिवारों का वह सपना सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का अवश्य पूरा होगा ।

इसी कड़ी में एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा जानकारी दी गई कि अब आधिकारिक रूप से गवर्नमेंट मिडिल स्कूल जाटोली 4327 को हरियाणा सरकार के द्वारा सीनियर सेकेंडरी स्कूल बना दिया गया है । 3 माह से भी कम समय के दौरान इस वायदे को पूरा किया जाने को देखते हुए यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं  की पटौदी की राजनीति के मैदान में एमएलए जरावता का राजनीतिक कद और भी अधिक ऊंचा हो गया है। इस मामले में उन्होंने कहा की शिक्षा का क्या महत्व है ? वह स्वयं जानते हैं। क्योंकि वह स्वयं एक गरीब परिवार से संबंध रखने वाले हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी सस्ती शिक्षा का अधिकार प्रत्येक नागरिक का मूलभूत अधिकार है । विशेष रुप से बच्चों का शिक्षा का मूल अधिकार है और यह अधिकार दिलवा कर उन्होंने अपना सामाजिक और राजनीतिक दायित्व ईमानदारी के साथ पूरा किया है। हेली मंडी जाटोली इलाके  मैं रहने वाले 35-40 हजार परिवारों , अभिभावकों को सस्ती सरकारी शिक्षा का अब सीधा लाभ प्राप्त होगा ।

यहां के युवा छात्रों को आठवीं कक्षा के बाद अब उच्च और उच्चतर शिक्षा के लिए हेलीमंडी जाटोली इलाके से बाहर आसपास के गांव में पढ़ने के लिए जाने से भी छुटकारा मिल  जाएगा । दशकों पुरानी हेली मंडी -जाटोली में खासतौर से लड़कों के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल की मांग पूरी होने से इलाके में खुशी का माहौल बना बन गया है । अभिभावकों का भी कहना है कि अब प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना उनकी मजबूरी नहीं रहेगी , साथ ही अब अपने बच्चों को सस्ती और सरकारी शिक्षा दिलवा कर उनके सपनों को साकार किया जा सकेगा । वही ऐसे गरीब परिवारों को सबसे अधिक राहत मिलना तय है , जो चाह कर भी अपने बच्चों को आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई के बेहिसाब को खर्च को देखते हुए प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने में असमर्थ थे या फिर आसपास के इलाकों में बच्चों को भेजने के आवागमन के खर्च को वहन करने में स्वयं को असमर्थ पा रहे थे । इस बात में अब कोई शक-सुबा, गुंजाइश नहीं बची है कि एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के सतत प्रयासों से दशकों पुरानी मांग पूरी करवा कर  शताब्दियों के लिए सरकारी शिक्षा की व्यवस्था कर दी गई है । उन्होंने कहा जल्द ही स्कूल में स्टाफ की व्यवस्था करवा कर बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया को भी आरंभ करवाया जाएगा। 

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