चण्डीगढ,20 सितम्बर:-ऑल हरियाणा रोङवेज वर्कर्स युनियन के प्रान्तीय महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने ब्यान जारी करते हुए बताया कि आज रोङवेज के कर्मचारी राम भरोसे पर काम कर रहे हैं। कर्मचारियों को मास्क,सैनिटाईजर तक उपलब्ध नहीं करवाये जा रहे।

परिवहन के आला अधिकारी जहाँ बसों में यात्रियों द्वारा सौशल डिस्टैन्स न रखने व मास्क न पहनने पर चालक-परिचालकों पर विभागीय कार्यवाही करने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर ज्यादा से ज्यादा सवारीयां बैठाने के लिए दबाव बनाते हैं तथा रिसीट व केएमपीएल कम आने पर चार्जशीट करने का काम करते हैं। यानी सारी जिम्मेदारी चालक -परिचालकों पर डालकर अपना बचाव करने का काम कर रहे हैं।

दोदवा ने बताया कि विभाग में बसों की संख्या काफी कम होने के कारण प्रदेश की जनता को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की प्रवाह न करते हुए बसों में खङे होकर सफ़र करने पर मजबूर होना पङ रहा है। जो सरकार कुछ समय पहले 867 बसें जल्द विभाग में लाने का राग अलाप रही थी आज वही सरकार कोरोना महामारी से हुए आर्थिक नुकसान का बहाना बनाकर नई बसें न लाने की बात कह रही है। सरकार की नियत और नीतियों में भारी खोट है तथा सरकार कोरोना की आङ में निजीकरण करके रोङवेज का वजूद खत्म करना चाहती है। ऐसा करके सरकार रोङवेज कर्मचारियों व प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात कर रही है।

दोदवा ने बताया कि सिरसा डिपो के मैकेनिक चन्द्रशेखर धम्मी व जीन्द डिपो के परिचालक सतपाल सिंह की कोरोना महामारी से हुई मौत,परिवहन के अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों के प्रति बरती जा रही लापरवाही का ताजा उदाहरण है। जिसकी क्षतिपूर्ति उनके परिवार के प्रति कभी भी नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि रोङवेज का प्रत्येक कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर प्रदेश की जनता के लिए काम करता है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है तथा अन्य विभागों की तर्ज पर उनको किसी भी प्रकार की सुरक्षा प्रदान नहीं की जा रही। इसलिए युनियन सरकार से मांग करती है कि स्वास्थ्य व पुलिस कर्मचारियों की तर्ज पर रोङवेज कर्मचारियों को भी हर तरह की सुरक्षा मुहैया करवाई जाये तथा दोनों मृतक कर्मचारियों के परिवारों को भी एक्सग्रेसिया बीमा पॉलिसी के तहत 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाये ताकि उनके परिवार का पालन-पोषण ठीक ढंग से हो सके।

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