मार्च 2020 में शुरू होनी थी डायल 112 योजना
पंचकूला के सैक्टर 3 माजरी चौक पर बनी डायल 112 कंट्रोल रूम की बिल्डिंग
15 मिनट में प्रदेश के हर क्षेत्र में मिलनी पुलिस की सहायता
परियोजना पर 152 करोड़ रूपये की लागत

रमेश गोयत

पंचकूला के सैक्टर 3 माजरी चौक पर डायल 112 कंट्रोल रूम की बिल्डिंग

चंडीगढ़/पंचकूला। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने हरियाणा में डॉयल 100 की जगह शुरू की गई डायल 112 की सेवा प्रदेश में 31 मार्च 2020 तक आरम्भ करने के आदेश दिए थे। जिस नाराजगी पर लेकर गुरूवार को एडीजीपी आइटी एंड टेलीकॉम अरशिंदर सिंह चावला पर गृह मंत्री की गांज गिर गई।  प्रदेश में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बनने वाली डायल 112 योजना का प्रदेश की जनता की पिछले दो साल से इंतजार कर रही है। हरियाणा में डायल 112 योजना की शुरूआत मार्च 2020 में होनी थी। मगर इस योजना पर कार्य धीमी गत्ती से चल रहा है। पंचकूला के सैक्टर 3 माजरी चौक पर बन रहे पूरे प्रदेश के लिए डायल 112 कंट्रोल रूम की बिल्डिंग पिछले दो साल से भी अधिक समय से बन रही है। मगर अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा धीमी गत्ति से कार्य करने के कारण प्रदेश पुलिस की यह योजना लेट होती जा रही है। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज गुरूवार को पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित हरियाणा पुलिस मुख्यालय पहुंचे। गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस हेड क्वार्टर में औचक निरीक्षण किया। गृह मंत्री ने कार्यालय में कई दस्तावेजों को भी खंगाला। गृह मंत्री को एडीजीपी आइटी एंड टेलीकॉम अरशिंदर सिंह चावला के कार्य में लापरवाही को लेकर जानकारी मिली थी। हरियाणा में शुरू होने वाली डायल 112 का प्रोजेक्ट सिरे न चढ़ने व देरी से गृहमंत्री नाखुश थे। मिली लापरवाही के कारण एडीजीपी एएस चावला से सभी चार्ज वापिस लेने के आदेश जारी कर दिए। गृहमंत्री ने कहा डायल नम्बर 112 का कार्य एक साल से लंबित था। तुरंत प्रभाव से एडीजीपी एएस चावला से सभी चार्ज वापिस लिए। सिर्फ कार्यालय आएंगे लेकिन कोई कार्य नही करेंगे।आपातकालीन 100 की बजाय 112 नंबर डायल

देशभर में आपातकालीन हैल्पलाइन के लिए 100 की बजाय 112 नंबर को डायल करना होगा। अंतर्राष्टÑीय स्तर पर कई देशों में आपातकालीन हैल्पलाइन के लिए 112 नंबर पर ही मदद मिलती है। पुलिस आपातकालीन हैल्पलाइन नंबर 100 की जगह 112 में परिवर्तित कर दिया गया था। इसके पीछे कारण बताया गया है कि अंतर्राष्टÑीय स्तर पर कई देशों में आपातकालीन हैल्पलाइन के रूप में पूर्व से ही 112 नंबर स्थापित है। इसको देखते हुए भारत सरकार द्वारा 112 नंबर पूरे देश में पुलिस आपातकालीन हैल्पलाइन के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इस नंबर को डायल कर पुलिस, फायर, एंबुलेंस, जीवन रक्षक एजेंसिया आदि सेवाएं हासिल की जा सकेंगी।

क्राइम स्पॉट पर तुरंत पहुंचेगी पुलिस की टीम

हरियाणा में डायल 112 योजना की उतर प्रदेश की तर्ज पर शुरू करने की प्रदेश सरकार की योजना है। शुरूआती परियोजना के तहत प्रदेश पुलिस को 600 गाडियां दी जाएगी, जो कि पीड़ित हेतु पुलिस सहायता के लिए प्रयोग की जाएगी तथा इन गाडियों में से प्रत्येक जिले में 30 से 35 गाडियां मिल सकेगी। हरियाणा के सभी शहरों में अब पुलिस नियंत्रण कक्ष में इमरजेंसी कॉल करने पर 15 मिनट और गांवों में 30 मिनट के भीतर पुलिस पहुंच जाएगी। प्रदेश सरकार ने सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट आॅफ एडवांस कंप्यूटिंग) को एमरजेंसी रिस्पोंस एंड सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) परियोजना के लिए 152 करोड़ रुपये का वर्क आर्डर जारी किया जा चुका है। डायल 112 परियोजना के नाम से जानी जाने वाली इस योजना का आपातकाल में खासा लाभ होगा। हरियाणा सरकार द्वारा सी-डैक को किए जाने वाले 152 करोड़ रुपये के भुगतान के अतिरिक्त 630 नए इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स की खरीद पर लगभग 90 करोड़ रुपये भी खर्च किए जा रहे है।

कंट्रोल रूम के साथ एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड रहेगी कनेक्ट

प्रदेश में पुलिस द्वारा हरियाणा 112 कंट्रोल रूम पंचकूला के माजरी चौक सेंट्रलाइज में पूरे प्रदेश में 600 पीसीआर कनेक्ट रहेंगी। और जिसके तहत जल्द ही सभी पुलिस थानों को दो नई पीसीआर दी जाएगी, जो केवल इसी सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम के अंतर्गत काम करेगी। साथ ही इस कंट्रोल रूम के साथ एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड कनेक्ट रहेंगी। इसके लिए नई पीसीआर गाड़ियां भी खरीदी जानी थी। इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम में अलग से पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। पिछले कई सालों से सरकार से शिकायतें मिल रही थी कि पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल करने के बाद भी कई बार सही रेस्पॉन्स नहीं मिलता है। कई बार पुलिस समय पर नही पहुंचती है। इसके लिए हरियाणा 112 कंट्रोल रूम पंचकूला में विशेष व्यवस्था की जा रही है। अब यदि कोई भी पीड़ित पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल करता है तो उसकी कॉल रिकॉर्ड करने के साथ-साथ पीड़ित के पास पांच मिनट के अंदर एक मैसेज भेजा जाएगा।

मैसेज में घटना स्थल पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मी का नाम, पद व मोबाइल नंबर लिखा होगा। ताकि पीड़ित खुद ही पुलिसकर्मी से बात कर सके। इसके अलावा एक मैसेज मौके पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मी के पास भेजा जाएगा। जिसमें पीड़ित का नाम व मोबाइल नंबर लिखा होगा। इस व्यवस्था का ट्रायल भी पंचकूला में शुरू हो चुका है।

क्या है डायल 112

शासन की ओर से 112 नंबर डायल सिस्टम को और अधिक व्यापक रूप से लागू किए जाने का प्लान है। इसके लिए पंचकूला में एक केंद्रीयकृत प्रणाली का विकास किया जाएगा। इसमें कॉल सेंटर की तरह काम होगा। यहां सभी कॉल्स रिकॉर्ड होंगी और यह वायरलेस, मोबाइल व इंटरनेट आदि से जुड़ा होगा। कॉल से मिली जानकारी संबंधित जिले के थानों व चौकियों के अलावा अन्य अधिकारियों को भी शेयर करते हुए कॉल पर तत्परता से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कार्रवाई की लगातार समीक्षा की जाएगी। हरियाणा 112 के तहत जिलों में फिलहाल जीपीएस युक्त दो अतिरिक्त गाड़ियां हर थाने में देने की योजना है। ग्रामीण क्षेत्र की जनता को भी इस प्रकार अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष से मिलने वाला लाभ कम से कम समय में मिल सकेगा।

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