9 सिंतबर 2020, झज्जर के एक गांव की महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव बताने के बाद अब केस पुलिस थाने में पहुंच गया है। महिला के पति ने पुलिस को शिकायत दी है कि उसकी पत्नी मायके गई हुई है और उसने कोई कोरोना टेस्ट नहीं करवाया फिर भी उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव बता दी है।

युवक ने बताया कि उसके घर के आसपास कंटेनमेंट जोन बना रहे है। उन्हो होम आइसोलेट कर रहे हैं। इसकी जांच की जाए। वहीं, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उनके रिकॉर्ड में महिला का नाम व फोन नंबर सही है। ऐसे में यह जांच का विषय होगा कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ। गड़बड़ी कहां पर हुई है।

पीड़ित शख्स ने बताया कि सोमवार को उसके फोन पर शाम को करीब साढे छह बजे पीएचसी के डॉक्टर का फोन आया। डॉक्टर ने बताया कि उसकी पत्नी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है उसको अब क्वारेंटाइन रहना होगा। शख्स ने स्वास्थ्यकर्मी को बताया कि उसकी पत्नी 20 दिन से मायके गई है और बेटा मेरे पास है। इसके बाद जब पत्नी को फोन करके पता किया तो बताया कि उसने तो कोई टेस्ट करवाया ही नहीं।

जब युवक ने अपने पुराने मैसेज चेक किया तो छह सितंबर को उसकी पत्नी और बेटे के टेस्ट का मैसेज आया हुआ था। वह इस बात से हैरान रह गया कि पत्नी और बेटा दोनों अलग-अलग जगह पर है और दोनों ने ही अपना टेस्ट नहीं करवाया, फिर कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ गई।

उन्होंने छुछकवास पुलिस चौकी में शिकायत कर इस पूरे मामले की जांच करने की गुहार की है। प्रभावित व्यक्ति का कहना है कि उनके घर में दो कमरे हैं जिसमें एक में पत्नी को लेटाया गया है वहीं दूसरे में दो बच्चों सहित वे चार लोग कैद हैं।

सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया ने कहा कि रिकॉर्ड में नाम व मोबाइल नंबर बिल्कुल सही है। ऐसे में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के हिसाब से वे सभी एहतियात बरते जाएंगे जो स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन में है। टेस्ट नोडल अधिकारी डॉ. कुल प्रतिभा ने बताया कि यदि मरीज को किसी प्रकार की आपत्ति है तब वह पुलिस में शिकायत कर जांच करा सकते हैं।

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