1965 भारत-पाक युद्ध में हुए शहीद को समर्पित शिविर में 80 युवाओं ने रक्तदान करके दी श्रद्धांजलि

झज्जर : जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसे वीरों की देवभूमि कहे जाने वाले गांव धरौली की सामाजिक संस्था मां-मातृभूमि सेवा समिति द्वारा 1965 भारत-पाक युद्ध में 6 सितंबर 1965 में देश की रक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हुए गांव धारौली के हवा सिंह लांबा के सम्मान में 6 सितंबर को गांव धारौली के दादा जोहड़ वाले भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के डर के बावजूद रक्तदान शिविर में युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सिविल हॉस्पिटल, झज्जर से डॉक्टरों की टीम तथा जिला रैडक्रास सोसायटी, झज्जर के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर में 80 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि के तौर पर रिलायंस डेवलपमेंट पब्लिक स्कूल, गिरधरपुर के चेयरमैन श्री सुखबीर जाखड़ उपस्थित हुए । रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि श्री सुखबीर जाखड़ ने स्वयं भी रक्त किया और कहा कि हमारे द्वारा दी गई रक्त की चंद बूंदे से अनमोल जिदगियों को बचाया जा सकता है, इसलिए हर एक व्यक्ति को जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। खून के अभाव में किसी की जान नहीं जानी चाहिए। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में तमाम तरक्की के बावजूद रक्त को किसी लैब, फैक्टरी या संस्थान में तैयार नहीं किया जा सकता है और न हीं मनुष्य को जानवर का खून दिया जा सकता है। मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं है।

अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अजय वशिस्ठ, संचालक, श्री गणेश प्रिंटिंग प्रेस, कोसली ने शिरकत की। रक्तदान शिविर में अति विशिष्ट अतिथि श्री अजय वशिस्ठ ने स्वयं भी रक्त किया और अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान करने से शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, रक्तदान जैसे पुनीत कार्य में बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए। रक्तदान के माध्यम से ऐसे हजारों-लाखों व्यक्तियों के जीवन को बचाया जा सकता है जो दुर्घटना या किसी बीमारी का शिकार हो जाते हैं। रक्तदान जीवनदान के साथ महादान है और इससे बड़ा और पुण्य कार्य नहीं हो सकता है।

मां-मातृभूमि सेवा समिति, वीरों की देवभूमि धारौली के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह लांबा ने भी रक्तदान शिविर कार्यक्रम में 16वीं बार रक्तदान किया । रक्तदान शिविर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए युद्धवीर सिंह लांबा ने कहा कि रक्तदान करने से न सिर्फ हम किसी दूसरे की जिंदगी बचाते हैं, बल्कि यह हमारी सेहत के लिए भी काफी लाभदायक है । युद्धवीर सिंह लांबा ने कहा कि ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन’ ने अपने शोध में पाया कि रक्तदान करते रहने से हार्ट अटैक का खतरा 80 प्रतिशत कम हो जाता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में प्रकाशित एक शोध पत्र में बताया गया है कि शरीर में आयरन का उच्च स्तर कैंसर को जन्म देता है। रक्तदान करने से आयरन का लेवल कम हो जाता है और कैंसर का खतरा 95 प्रतिशत कम हो जाता है।

रक्तदान शिविर के आयोजन को सफल बनाने के लिए रक्तदानी मास्टर हरबीर मल्हान गिरधरपुर निवासी, 15 बार रक्तदान कर चुके रक्तदानी श्री जितेंद्र शर्मा धारौली, रक्तदानी श्री अमित कुमार मुबारिकपुर, रक्तदानी मन्नू जांगड़ा, संचालक श्री कृष्णा एजुकेशन, कोसली तथा कोसली गांव के कमला मेडिकल स्टोर के श्री विक्रम यादव ने सहयोग दिया।

रक्तदान शिविर में कोसली के मास्टर राकेश कुमार ने 24वी बार रक्तदान किया और धारौली के रिंकू लाम्बा ने भी 13वी बार रक्तदान किया ।

इस अवसर पर सभी रक्तदाताओं को जिला रैडक्रास सोसायटी, झज्जर के द्वारा रक्तदान प्रमाण पत्र भी दिए गए।

रक्तदान शिविर में सिविल हॉस्पिटल, झज्जर से डॉक्टर ममता व डॉक्टर सारिका की टीम तथा जिला रैडक्रास सोसायटी, झज्जर से दीपक कुमार हेल्थ एजुकेटर, ओमप्रकाश व रणवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।

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