गोलीबारी का भय दिखाकर दहशत फैलाने की थी प्लानिंग चंडीगढ़, 4 सितंबर – हरियाणा पुलिस ने नारनौल जिले में भाजपा नेता के बेटे अमित पर गोली चलाने की वारदात करते हुए भय दिखाकर फिरौती मांगने के मामले में एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। हमलावरों ने बाइक पर भागने से पहले पीडित से 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रदीप उर्फ अन्ना गिरोह के सदस्य हैं, जिनकी पहचान हिसार जिले के सोमबीर, हांसी के रोहित और धानोता के राकेश के रूप में हुई है। अमित को एक सप्ताह पहले नारनौल में उसके घर पर नकाबपोशों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने आदतन अपराधियों के रिकॉर्ड ख्ंागाला और जमानत पर छूटे अपराधियों से भी पूछताछ की गई। पुलिस को 48 घंटे में ही कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले क्योंकि वारदात के मौके पर मिली मोटरसाइकिल को फरार हुए आरोपी हांसी शहर से चुराई हुई थी। जिससे यह पता चला कि बाहरी लोग अपराध में शामिल थे। जैसे ही पुलिस को प्रदीप उर्फ अन्ना के एक नए गिरोह का सुराग मिला, एक रणनीति बनाई गई और आखिरकार पुलिस ने उसके तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में पता चला कि गैंग के सदस्यों ने मोहल्ला नई सराय के रविशंकर गुप्ता से भी फिरौती की मांग की थी। इस गिरोह का किंगपिन, प्रदीप उर्फ अन्ना, जो गुरुग्राम के झाड़सा का निवासी है, कुछ दिनों से नारनौल शहर में रेकी कर रहा था और फिरौती मांगने की योजना बना रहा था। गिरोह ने इलाके में आतंक फैलाने की योजना बनाई थी। वह चाहता था कि लोगो मे इतनी दहसत फैले की फिरौती मांगते ही लोग रुपये दे दे। इस काम के लिए आरोपी ने बाहर के लड़कों को ही शामिल करने का प्लान बनाया ताकि पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहे और उसने आहिस्ता आहिस्ता 8 से 10 लड़को को इस गैंग में शामिल कर लिया जिसमे 2 लड़के लोकल व बाकी दूसरे जिले के शामिल किए इसके लिए प्रदीप उर्फ अन्ना ने 5-6 उन लोगो को टारगेट किया जिनसे फिरौती मांगी जाए जिससे शहर में दहशत का माहौल बन सके। इसीलिए इन्होंने पहले इन दो से रुपये मांगे ओर इसके बाद औरों से भी फिरौती माँगी जानी थी। इससे पहले ही पुलिस ने वारदात के बाद इस गिरोह का सुराग लगा कर 3 को काबू कर लिया। हालांकि मुख्य आरोपी प्रदीप अभी फरार है और अन्य सदस्यों सहित उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से सोमबीर को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया, जबकि दो अन्य को जेल भेज दिया गया। आगे की जांच जारी है। Post navigation प्रदेश में मात्र 8 प्रतिशत लोग ही कोरोनो से प्रभावित: अनिल विज लोक निर्माण के प्रोजेक्ट पकड़ेंगे रफ्तार, डिप्टी सीएम ने अधिकारियों व एजेंसियों की लगाई क्लास