3 सितम्बर 2020. स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा भाजपा-जजपा संघी सरकार किसान हित के नाम पर जुमले उछालकर किसानों को ठगती तो है, परन्तु यर्थाथ में किसानों की धरातल पर कोई मदद नही करती।

विद्रोही ने कहा कि आजकल हरियाणा के संघी नेता केन्द्र द्वारा जारी तीन कृषि अध्यादेशों के गीत गाकर इन्हे किसान हितैषी बता रहे है, जबकि प्रदेश के किसान देशभर के किसानों के साथ मिलकर इन कथित किसान हितैषी अध्यादेशों का सड़को पर जोरदार विरोध कर रहे है। जजपा नेता व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कृषि आधारित उद्योग लगाने का जुमला उछालकर किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने का मुंगेरीलाल का हसीन सपना दिखा रहे है, पर संघी-भाजपाई किसानों की बात सुनने को तैयार नही है। प्रदेशभर में सफेद मक्खी, कीडे से कपास फसले व वर्षा से अन्य फसले बर्बाद हुई है। हरियााण में जगह-जगह किसान अपनी बर्बाद फसलों की विशेष गिरदावरी करवाके मुआवजा देने की मांग कर रहे है।

 विद्रोही ने आरोप लगाया कि कृषि अध्यादेशों व कृषि आधारित उ़द्योग के नाम पर किसान की आर्थिक स्थिति सुधारने का मुंगेरीलाल का हसीन सपना दिखाने वाले संघी-जजपा कपास सहित खरीफ फसलो की बर्बादी की विशेष गिरदावरी करवाके मुआवजा दिलवाने की दिशा में कोई कदम नही उठा रहे। सफेद मक्खी, कीडे व वर्षा से सबसे ज्यादा फसल बर्बादी दुष्यंत चौटाला के खुद के जिला सिरसा व उनके पैतृक गांव के क्षेत्र डबवाली में हुआ है। परन्तु उपमुख्यमंत्रीे को किसानों का यह नुकसान दिखता नही और ऊपर से तुर्रा यह कि किसानों की सुध लेने की बजाय भविष्य के मुंगेरीलाल के हसीन सपनों से किसानों को ठग और रहे है।

रबी फसले भी भारी वर्षा व ओलो से बर्बाद हुई है, पर नाममात्र किसानों को नष्ट फसलों का मुआवजा देकर भाजपा-जजपा सरकार ने अपना पल्ला झाड़ लिया। विद्रोही ने कहा कि अब फिर खरीफ फसलों की बर्बादी की विशेष गिरदावरी करवाके पीडि़त किसानों को मुआवजा दिलवाने की बजाय संघी-भाजपा-जजपा सरकार प्रदेश के किसानों को ना केवल ठग रही है अपितु मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर उनसे धोखाधड़ी करके उनके जख्मों पर नमक भी छिड़कने का पाप भी कर रही है। 

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