पंचकूला। श्री कृष्ण गौशाला सकेतड़ी पंचकूला में कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही से 18 पशुओं मौत हो गई। मामले की जांच अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक एवं एनिमल हसबेंडरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सुखदेव राठी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ पशुओं को हरा चारा और मक्का मिक्स करके दिया गया था, जबकि कुछ को चारे के साथ बाजरा मिक्स करके दिया गया था। जिन पशुओं को बाजरा मिक्स करके दिया गया उनकी हालत बिगड़ गई, जिनकी मौत हुई है।
गौशाला के मैनेजर बिजेंद्र सिंह के मुताबिक शनिवार शाम को अचानक एक बछड़ा नीचे गिर गया, उसके मुंह से झाग निकल रहा था। इसके बाद कुछ अन्य पशुओं की भी हालत बिगडऩे लगी। देखने से लगा कि फूड पॉजनिंग के लक्ष्ण है। पशुओं को दवाई दी गई, लेकिन उनकी हालत नहीं सुधरी, तो डाक्टरों को बुलाया गया। एनिमल एस्बिेंडरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सुखदेव राठी भी पहुंंच गये थे। लेकिन तब तक इंफेक्शन काफी फैल चुका था। लगभग 50 पशुुओं की हालत बिगड़ गई। इनमें से 18 की मौत हो गई।

अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक ने बताया कि संभावना जताई जा रही है कि बाजरा में पेस्टिसइड का छिडक़ाव किया गया था, जिसके चलते इन लावारिस पशुओं की हालत बिगड़ गई। गौशाला की ओर से एनिमल हसबेंडरी विभाग के डॉक्टरों को सूचित किया गया, जिसके बाद पूरी टीम दवाइयों एवं ऑपरेशन का सामान लेकर पहुंची। जब टीम पहुंची देखा कि पशुओं की हालत काफी खराब थी। 18 पशु दम तोड़ चुके थे, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए बाकी पशुओं को बचाने की मुहिम शुरू की गई। देर शाम शुरू हुई कार्रवाई सुबह तक जारी रही।

इस गौशाला में कोई भी प्रबंधन समिति नहीं है

इस गौशाला में कोई भी प्रबंधन समिति नहीं है। अतिरिक्त उपायुक्त को इस गौशाला का प्रशासक नियुक्त किया गया है, जिन्होंने गौशाला के चुनाव करवाने के लिए प्रोसेस शुरू किया था, लेकिन तत्कालीन प्रधान रोशन लाल जिंदल ने इस प्रोसेस पर कोर्ट से स्टे ले लिया था। फिलहाल अतिरिक्त उपायुक्त की निगरानी में ही गौशाला काम कर रही है। इस गौशाला का पूरा गोबर गौशाला के सामने बने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के पार्क में गिराया जाता है, जिससे लोगों का निकलना भी मुशकिल हो जाता है। 

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