नया आदेश मिलने से पूरा व्यापारी वर्ग परेशान शराब की दुकानों को क्यों बंद नहीं किया गया. कहीं ऑनलाइन बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए साजिश तो नहीं वशिष्ट गोयल गुड़गांव 24 अगस्त. हरियाणा सरकार द्वारा शनिवार और रविवार को व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करने का निर्णय सही नहीं है। यह कहना है नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ट कुमार गोयल का। उन्होंने सवाल किया कि एक तरफ तो व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करके रोजमर्रा की जरूरतों से संबंधित प्रतिष्ठानों को खोला गया है। इसमें शराब की दुकानों को भी खोला गया है। क्या हरियाणा में दवा और राशन के साथ-साथ शराब भी इम्यूनिटी प्रदान करेगी दरअसल जो नियम लागू किए गए हैं उससे तो ऐसा ही आभास होता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि शनिवार रविवार को बंद रखना ही था तो ऐसे भी प्रतिष्ठानों को बंद करना चाहिए जो कि सबसे अधिक नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।श्री गोयल ने कहा कि ऐसा लगता है व्यापारियों की कमर तोड़ने के लिए बंद की योजना लागू की हैं। सवाल यह भी है कि आखिर शराब की दुकानों को क्यों बंद नहीं किया गया। क्या वहां भीड़ नहीं होती जितनी भीड़ शराब की दुकानों पर होती है उतनी किसी भी बाजार की दुकान पर भीड़ नहीं देखने को मिलती। ऐसे में व्यापारियों को आशंका है कि कहीं ऑनलाइन बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए कोई बड़ी साजिश तो नहीं रची जा रही है। आखिर इस तरह के फरमान से व्यापारी कैसे बाहर निकले। वशिष्ठ कुमार गोयल ने कहा कि सरकार को बाजार बंद के आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस ले लेना चाहिए क्योंकि कोरोना काल के दौरान पहले से ही 4 माह तक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रह चुके हैं। पिछले कुछ दिनों से व्यापारी अपनी शुरुआत भर किए थे कि नया आदेश मिलने से पूरा व्यापारी वर्ग परेशान है। वशिष्ठ कुमार गोयल ने कहा कि बाजार में डिमांड कम है। ऐसी स्थिति में पहले से ही व्यापार चौपट हुआ पड़ा है। जिससे व्यापारी अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा है। जिससे उस पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। वशिष्ट कुमार गोयल ने कहा कि व्यापारियों का प्रतिष्ठान बंद रहे या खुले रहे उन्हें अपने कर्मचारियों का वेतन बिजली बिल शोरूम व दुकान का किराया देना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हर व्यापारी पहले से ही कर्ज का बोझ लेकर चल रहा है। शनिवार और रविवार को हुए बंद से व्यापार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा जिससे व्यापारियों पर कर्ज का बोझ इतना अधिक बढ़ जाएगा व्यापारी उस कर्ज से उबर नहीं पाएगा। उन्होंने हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि सरकार के इस फरमान को वापस लेते हुए व्यापारिक प्रतिष्ठानों के पास कोरोना जांच कैंप लगवाया जाए जिससे कि महामारी के फैलाव को रोकने में भी सफलता मिले और व्यापार को भी बढ़ावा मिल सके। Post navigation सेवानिवृत्त न्यायधीश व भारतीय चुनाव आयुक्त के पूर्व सचिव के उपस्थिति में हुई भारतीय नेटबॉल संघ की मीटिंग। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता सहित अनेक अन्य विधायकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव