पहाड़ों पर हुई बारिश से सुखना लेक लबालब, खोलने पड़े गेट चंडीगढ़/पंचकूला। पहाड़ी इलाकों में हुई बारिश का असर पंचकूला व आसपास के इलाकों पर भी दिखाई दे रहा है। पंचकूला के गांव बुढ़नपुर में देर रात हुई भारी बारिश के कारण नाले के गंदे पानी ने भयंकर तबाही मचाई। कई घरों और दुकानों में तो 3 से 4 फीट तक पानी घुसा गया। गांव बडनपुर के साथ-साथ राजीव कॉलोनी व इंदिरा कॉलोनी में भी नाले के गंदे पानी ने हाहाकार मचा दिया है। पूरी रात इन इलाकों के लोग घरों में घुसे कई फुट तक पानी के चलते परेशान रहे। इन इलाकों में पूरी रात बिजली भी गुल रही। गरीब लोगों और दुकानदारों का लाखों का नुकसान हुआ। लोगों के बिस्तर तक पानी में बह गए। चारों तरफ सिर्फ कीचड़ ही कीचड़ था। कई वर्षों से इस बारे में प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन सोया हुआ। प्रशासन की अनदेखी व लापरवाही के चलते स्थानीय लोगों में नाराजगी जताई। चंडीगढ़ से सटे पहाड़ी इलाकों पर हुई बारिश से सुखना झील लबालब हो गई। खतरे के निशान 1163.00 फिट से 0.40 फिट जल स्तर अधिक होने पर इंजीनियरिंग विभाग को तड़के सुबह 3:10 पर डैम के दोनों गेट नौ इंच तक खोलने पड़े। झील के पानी से सुखना चौ पर बने पुल किशनगढ़ और बापूधाम सेक्टर-26 के पास पानी ओवरफ्लो हो गया, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। चंडीगढ़ में देर रात शुरू हुई बारिश से सुखना का जलस्तर अचानक बढ़ गया। खतरे के निशान से पानी ऊपर पहुंच जाने पर इंजीनियिरिंग विभाग के अधिकारियों ने खतरे को भांपते हुए तड़के सुबह 3:10 पर डैम के दोनों गेट खोल दिए। इससे गाँव किशनगढ़, बापूधाम के क्षेत्र और बलटाना थाना क्षेत्र आदि में झील का पानी घुस गया। चंडीगढ़ पुलिस ने दोनों पुलों पर आवाजाही पूरी तरह से रोक दी। दोपहर बाद तक हालात सामान्य हो पाए। अधिक जानकारी देते हुए इंजीनियिरिंग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पानी छोड़ने की पूर्व सूचना कल शाम 5 बजे ही प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से सम्बंधित अधिकारियो को भेज दी गई थी Post navigation पलवल, कैथल और महम की सहकारी चीनी मिल बनाएगी गुड़ व शक्कर सीवरमैनों की कड़ी मेहनत ने पूरा किया नटार का रेस्क्यू अभियान: विनोद कुमार