पंचायतो की जमीन पटटे पर लेने वाले किसान परेशान. शर्त कि सरपंच पहले डीसी से लिखवाकर जानकारी दें. जबकि 25 अगस्त पंजीकरण की अंतिम तिथि अगस्त फतह सिंह उजाला पटौदी। जहां एक ओर सरकार किसानों को देश में कही भी अपनी फसल बेचने की बात कर रही है । वही फरूखनगर के वह किसान जिन्होने ग्राम पंचायतो की जमीन पटटे पर लेकर बाजरे की फसल उगाई हुई है, उनका पंजीकरण नही हो पा रहा है । किसान बाजरे की के पंजीकरण कराने अगस्त है । के लिए दर दर भटक रहे है । उन्हे एक ही रटा रटाया जवाब मिल रहा है कि जिला उपायुक्त से सरपंच लिखवा कर दे, तब पंजीकरण किया जाएगा । जबकि 25 पंजीकरण की अंतिम तिथि है । अगर किसानों की बाजरे की फसल का समय रहते पंजीकरण नही हो पाया तो वह सरकार द्वारा घोषित सर्मथन मुल्य का लाभ नही उठा पांएगे और औने पौने दाम में अपनी खून पसीने से तैयार फसल को बेचने में विवश होंगे । जिला उपायुक्त गुरुग्राम को भेजे पत्र में तिरपडी के सरपंच राकेश ठेकेदार, किसान नेता राव मान सिंह, इनेलो नेता सुखबीर तंवर, संजय प्रधान गदाईपुर, मनोज दहिया, संजय तिरपडी, हेमराज किन्हा, रोहित यादव फतहपुर, सोनू राठी , संजय ठाकरान गदाईपुर, सुरेन्द्र किन्हा, विजय पाल डागर आदि ने बताया कि ग्राम पंचायतो की पंचायती भूमि को पटटे पर लेकर खेती करने वाले किसानो की बाजरे की फसल का पंजीकरण नही हो पा रहा है । इन दिनों बाजरे की फसल का पंजीकरण किया जा रहा है श्। लेकिन जिन किसानों ने ग्रांम पंचायतों की पंचायती जमीन कृषि के लिए पटटे पर ली हुई है । उन किसानों की बाजरे की फसल का पंजीकरण सरल केन्द्र, अंत्योदय केन्द्र , मार्किट कमेटी फर्रूखनगर में नही हो पा रहे है । मार्केट कमेटी के अधिकारी , कर्मचारी कहते है कि जिला उपायुक्त से लिखवा कर लाओ । उन्होने जिला उपायुक्त से पत्र भेज कर इसका कोई सरल तरीका निकालने की अपील की है ताकि किसानों की जिला कार्यालय गुरुग्राम तक की भागदौड बच सके और और उन किसानों के बाजरे की फसल का पंजीकरण हो सके । जिला उपायुकत अमित खत्री ने किसानों को समस्या का जल्द समस्या हल करने का आश्वासन दिया है Post navigation पुलिस को चैलेंज : … पकड़ो कौन है बन गए हैं कारों के दुश्मन ! वाटर हार्वेस्टिंग साइट, हेलीमंडी अनाज मंडी में जलभराव से फिर उठने लगे सवाल !