जांच कमेटी ने पीएचडी शोधार्थी द्वारा लगाए गए यौन व मानसिक शोषण के आरोपों को किया खारिज. प्रो गर्ग को मिली क्लीन चिट, बोले सत्य परेशान हो सकता है मगर परास्त नहीं, जांच रिपोर्ट ने दूध का दूध व पानी का पानी कर दिया है

रोहतक, 21 अगस्त। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के शारिरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. आरपी गर्ग के खिलाफ एक महिला पीएचडी शोधार्थी श्रीमती पूनम द्वारा अपने गाइड के साथ मिलकर की गई साजिश जांच में बेनकाब हो गयी है।

कुलपति द्वारा गठित एक 6-सदस्यीय कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में शोधार्थी द्वारा प्रो गर्ग पर लगाये गए मानसिक व यौन शोषण के आरोपों को मनघड़ंत बताते हुए विभागाध्यक्ष को क्लीन चिट दे दी है। कमेटी का कहना है कि शिकायतकर्ता ने ये संगीन आरोप एक सोची-समझी रणनीति के तहत महज प्रो गर्ग के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए लगाए गए है जबकि जांच के दौरान वह आरोप को साबित करने के लिए कोई भी सबूत पेश नहीं कर पाई। यहां बता दे शोधार्थी का आरोप था कि पीएचडी रेजिस्ट्रेशन के लिए प्रो गर्ग ने न केवल उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया, बल्कि उसका यौन शोषण करने का भी प्रयास किया।

जांच कमेटी ने शोधार्थी के उस आरोप को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उसने प्रो गर्ग पर उसे विभाग में रिसोर्स पर्सन ज्वॉइन न करने देने, एग्जाम डयूटी और छुटियों का वेतन का भुगतान न करने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में कमेटी का कहना है कि शोधार्थी ने न केवल एग्जाम ड्यूटी का पारिश्रमिक लिया है, बल्कि 6 अगस्त 2019 को उसने दो अन्य लोगों के साथ विभाग में बतौर रिसोर्स पर्सन ज्वाइन भी किया था इसलिए इन आरोपों में भी कोई सच्चाई नहीं है।

इनके अलावा शिधार्थी द्वारा प्रो गर्ग पर लगाये गए 5 अन्य आरोपों को भी खारिज कर दिया। जांच कमेटी में प्रो नीना सिंह, प्रो जगदीश नांदल, प्रो कविता ढुल, प्रो अंजना गर्ग, सुभाष नरवाल व भावना चौहान आदि शामिल थे, जिन्होंने हाल ही में अपनी जांच रिपोर्ट कुलपति को सौंपी है।

सूत्रों का कहना है कि शिकायतकर्ता का पीएचडी में रजिस्ट्रेशन प्रो भगत सिंह राठी द्वारा नियमों को ताक पर रख कर गैर कानूनी तरीके से किया था और बाद में इसका पर्दाफाश प्रो गर्ग ने किया था। इसी वजह से शोधार्थी ने उनके खिलाफ यौन शोषण व मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे।

जब इस बारे प्रो गर्ग से सम्पर्क किया गया तो वो बोले की सत्य परेशान हो सकता है मगर परास्त नहीं। जांच रिपोर्ट ने दूध का दूध व पानी का पानी कर दिया है और शिधार्थी पूनम व प्रो भगत सिंह राठी द्वारा उनके खिलाफ की गई घिनोनी साजिश का पर्दाफाश भी कर दिया है।

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