ग्रामीणों ने राजकुमार सैनी से सवाल किया कि क्या उन्होंने गांव का एक भी बच्चा लगवाया है. इस पर पलट कर सैनी ने पूछा, मेरे हाथ सत्ता आई ही कब है? सोनीपत. बरौदा हल्के में उपचुनाव के बीच जहां माहौल गर्म हो चुका है. वहीं कई नेताओं को यहां पर विरोध का भी सामना करना पड़ सकता है. ऐसा की वाक्या गुरुवार को पूर्व सांसद और लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी के साथ हुआ. राजकुमार सैनी का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया और चौपाल के कार्यक्रम में नहीं जाने दिया. कुरुक्षेत्र से पूर्व सांसद एवं लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी बरौदा हल्के के जागसी गांव में पहुंचे थे. यहां पर पहुंचते ही ग्रामीणों ने विरोध करना शुरु कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में करीब साढ़े चार मिनट तक लोग राजकुमार सैनी के साथ बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं. राज कुमार सैनी लोसुपा के प्रदेशाध्यक्ष किशन पांचाल, पिछले विधानसभा चुनाव में बरोदा हलके के लोसुपा प्रत्याशी सत्य नारायण पांचाल और सफीदों हलके के प्रत्याशी रहे विजय कुमार सहित विभिन्न नेताओं के साथ जागसी में पहुंचे था. उनका गांव की चौपाल पर कार्यक्रम था, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हे चौपाल पर नहीं जाने दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने राजकुमार सैनी ने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हरियाणा के जलने का सवाल किया, लोगों ने पूछा कि जब हरियाणा जल रहा था तब आप कहां थे, ग्रामीणों के सुख दुख में शरीक होने के लिए इससे पहले कभी नहीं आए. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वह उपचुनाव के बहाने से भाईचारा बिगाडऩा चाहते हैं. एक ग्रामीण ने सवाल किया कि क्या उन्होंने गांव का एक भी बच्चा लगवाया है. इस पर पलट कर सैनी ने पूछा, मेरे हाथ सत्ता आई ही कब है? जवाब मिला कि 36 जाति की बात करो, नेता भी बनोगे, सत्ता भी आएगी. इस पर लोसुपा सुप्रीमो ने दावा किया कि उनके साथ 75 फीसदी जनता है. यह दूसरा मौका था जब सैनी को जागसी गांव में पहुंचने पर विरोध झेलना पड़ा. पिछली बार वह वाल्मीकि चौपाल में आए थे. Post navigation मंत्री नहीं जिला अध्यक्ष बने विधायक मोहनलाल बडोली,क्या सांसद रमेश कौशिक की रणनीति भाजपा संस्कार व विचार देने वाली पार्टी, यहां देश पहले और बाकि सब बाद में: ओमप्रकाश धनखड़