धर्मपाल वर्मा भारतीय जनता पार्टी ने संगठन के चुनाव को आगे बढ़ाते हुए अपने जिला अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है l प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने सोनीपत जिले में पार्टी के विधायक मोहनलाल बडोली (राई )को जिला अध्यक्ष अध्यक्ष नियुक्त किया है l श्री मोहनलाल के समर्थक इस बात की प्रतीक्षा कर रहे थे कि उनके विधायक मंत्री भी बन सकते हैं l कारण यह है कि सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में एक भी मंत्री नहीं है परंतु क्योंकि वे संगठन के भी आदमी और आर एस एस भाजपा के संस्कारी जन्मजात और अच्छी छवि के नेता भी है इसलिए उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई हैl एक बात आमतौर पर चर्चा में है कि बेशक श्री बरोली को प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकर की कलम से अध्यक्ष बनाया गया है परंतु इसके लिए रणनीति रमेश कौशिक ने भी बनाई होगी lरमेश कौशिक राजनीति के कामयाब खिलाड़ी है l विधानसभा के पिछले चुनाव में सोनीपत जिले की 6 में से 4 टिकटें रमेश कौशिक ने दिलवाई थी lइनमें से दो विधायक बने दो हार गए l इससे पहले लोकसभा के चुनाव में उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को करारी मात दी श्री हुड्डा केवल उस बरोदा विधानसभा क्षेत्र से जीत पाए जहां अब उपचुनाव होना है l लोग तो यहां तक कहने लगे हैं कि अब सांसद रमेश कौशिक ने इस विधानसभा क्षेत्र में जीत सुनिश्चित करने और श्री हुड्डा को एक और झटका देने की जो योजना बनाई है उसमें मोहनलाल पटोली की संगठन की ताजपोशी भी एक सूत्र है lइसे लोगों ने समझना भी शुरू कर दिया है लोग मान गए कि बडोली का समायोजन इस बात का द्योतक है कि भारतीय जनता पार्टी बरोदा में जाट को मैदान में उतारेगी इसी सोच के साथ की जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र में जाट को ही प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए l भाजपा ने पिछली बार गलती की इस बार उसे सुधार रही है और भारतीय जनता पार्टी की एक पहचान है कि वे कम से कम गलतियां करते हैं l यदि एक गलती हो जाए तो उसे दोबारा नहीं करते lरमेश चंद्र कौशिक ने विधायक मोहनलाल बरौली को भारतीय जनता पार्टी जिला सोनीपत का अध्यक्ष बनाकर एक तीर से दो शिकार किए हैं बल्कि हम यह कह सकते हैं कि कई शिकार किए हैं lनंबर 1 अब नहीं लगता कि बरोदा में कोई ब्राह्मण या गैर जाट भाजपा का प्रत्याशी आएगा क्योंकि भारतीय जनता पार्टी में यह प्रतिनिधि संगठन में दे दिया है इससे सांसद श्री कोशिक सोनीपत जिले में सत्ता संचालन में फ्री हैंड बना रहेगा l राजनीति में इस बात पर विशेष गौर किया जाता है की कबाब में कबाब में कोई हड्डी ना बने l लोग यह महसूस करते हैं कि पिछले चुनाव में सोनीपत विधानसभा क्षेत्र से कविता जैन का हार जाना भी श्री कौशिक के काम आ रहा है जिले में अब वे अकेले पावर सेंटर के रूप में देखे जाते हैं lभारतीय जनता पार्टी में सोनीपत में दो ही व्यक्ति powerful है और वह है मोहनलाल बडोली विधायक और जिलाध्यक्ष और रमेश चंद्र कौशिक सांसद और यह दोनों राजनीति के दो बदन एक जान है l रमेश कौशिक की एक समझ यह भी हो सकती है कि विधायक मोहनलाल को अब छह विधानसभा क्षेत्रों में न केवल काम करने का मौका मिलेगा बल्कि भविष्य में वे लोकसभा के उम्मीदवार के रूप में भी देखे जा सकेंगे lरमेश कौशिक का इंटरेस्ट प्रदेश की राजनीति में खूब है lवह संगठन में प्रदेश अध्यक्ष के भी प्रबल दावेदार थे l पानी आने से पहले अगर बांध बांध लिया जाए तो वह काम आता है l शायद इसी रणनीति के तहत रमेश कौशिक ने विधायक होते हुए भी मोहनलाल बडोली को अपनी संस्तुति पर जिला अध्यक्ष बनवाया है वह तो यह भी मान कर चल रहे हैं कि समय आने पर इन दोनों नेताओं में सीटों की रिप्लेसमेंट भी हो सकती है रमेश को सिकराई से विधायक रहे हैं l यह चीज दोनों के काम आएगी l सांसद होने के नाते श्री कौशिक बरोदा के उपचुनाव में ब्राह्मणों सहित गैर जाट मतदाताओं में अब अपनी बात अब और प्रभावी तरीके से रख पाएंगे और गैर जाट मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में एकजुट करने में उनकी अहम भूमिका होगी और यह यह श्रेय इन दोनों के को ही जाएगा कांग्रेस के पास इन दोनों के विकल्प के रूप में केवल एक नेता है कि वह कुलदीप शर्मा श्री शर्मा इन दोनों के मुकाबले उन्नीस माने जाएंगे l आप हैं समझ सकते हैं कि इस समय रमेश चंद्र कौशिक और मोहनलाल ब्रॉली प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ बरोदा के प्रभारी जेपी दलाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं l कल अध्यक्ष बनाए जाने के बाद नए जिला अध्यक्ष मोहनलाल बरौली ने गोहाना पहुंचकर बरोदा उपचुनाव के संदर्भ में नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा और बैठक कीl श्री बडोली के इस समायोजन का बरोदा हलके के ब्राह्मण मतदाताओ सहित अधिसंख्य मतदाताओं में सकारात्मक संकेत गया है और भारतीय जनता पार्टी को इस फैसले का राजनीतिक लाभ मिल सकता है l रमेश चंद्र कौशिक ने जहां सोनीपत जिले में मोहनलाल बरोली के रूप में एक गैर जाट नेता का नाम आगे बढ़ाया वहीं उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले दूसरे जिले जींद में लुदाना गांव से संबंधित प्रगतिशील युवा नेता राजू मोर के रूप में एक जाट को भाजपा का जिला अध्यक्ष बनवाया राजू मोर बरोदा में रमेश कौशिक और भारतीय जनता पार्टी के काम आएंगे इसलिए भी कि बरोदा में हजारों मतदाता मोर गोत्र से संबंधित हैंl जिला अध्यक्षों की सूची आने के बाद सोनीपत जिले में रमेश चंद्र कौशिक का दबदबा बढ़ा है इसीलिए लोग कहने लगे हैं कि रमेश कौशिक माहौल बनाना जानते हैं और माहौल बनाना ही राजनीति है l एक बात जरूर है कि बरोदा में पिछला चुनाव लड़ चुके अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त जो इस बार भी टिकट के दावेदार हैं को यदि पार्टी चुनाव नहीं लड़ाती तो इस फैसले से नाराज लोगों को ट्रैक पर लाने की जिम्मेदारी मोहनलाल कौशिक बडोली और रमेश चंद्र कौशिक की ही रहेगी यानी उन्हें डैमेज कंट्रोल भी करना पड़ेगा l Post navigation हरियाणा में ‘खाकी’ ने किया गजब, पेटीएम से मांगी रिश्वत, जानें पूरा मामला बरौदा उपचुनाव: पूर्व सांसद 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