अपना ट्रांसफर करवा लूंगा पर अटेस्टेशन नहीं करूंगा. डीसी और एसडीएम कहेंगे तब ही मैं अटेसटेशन करूंगा. मजदूरों की वर्कशीट को अटेस्ट करने से किया साफ इनकार

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।   अब यह अपने आप में बहुत बड़ा सवाल बन गया है , की आखिर बड़ा या पावरफुल कौन है ? मामला है पटौदी हल्के की हेलीमंडी नगरपालिका का।  हेलीमंडी नगरपालिका कार्यालय में कार्यरत जेई मनोज कुमार की मनमानी दिन-ब-दिन बेलगाम होती जा रही है । एक दिन पहले ही पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा अधिकारियों की बैठक में साफ-साफ इंडस्ट्रियलिस्ट एक्ट का हवाला देकर बताया गया था कि किसी भी प्रकार की मजदूरी करने अथवा भवन कामगार मजदूरों का रजिस्ट्रेशन और अटेस्टेशन होना अनिवार्य है । इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकृत हैं ।

लेकिन बुधवार को सीआईटीयू से संबंद्ध भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला सचिव के साथ अन्य मजदूर जब हेलीमंडी नगर पालिका कार्यालय में मनोज कुमार से मिले और वर्क स्लिप को अटेस्ट करने का अनुरोध किया, तो इसके बाद जेई ने टका सा जवाब दिया मेरी मर्जी मैं अटेस्ट नहीं करूंगा । कई बार अनुरोध किया जाने के बाद भी यही मनोज कुमार टस से मस नहीं हुए और टका सा जवाब दिया कि मैं अपना यहां से ट्रांसफर करवा लूंगा, लेकिन तुम्हारी मजदूरों की वर्क स्लिप अटेस्ट बिल्कुल भी नहीं करूंगा। जहां चाहे मेरी शिकायत कर सकते हो । सीआईटीयू से संबंद्ध भवन निर्माण कामगार यूनियन के पदाधिकारी धर्मवीर सैनी के मुताबिक इस पूरे मामले में अटेस्टेशन और वर्क स्लिप अटेस्ट करने के लिए सरकार के द्वारा गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया हुआ है ।

वही सोमवार को पटौदी के विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने भी इस मामले में एक्ट का हवाला देते हुए मजदूरों के हित को ध्यान में रखते हुए काम करने वाले मजदूरों , भवन निर्माण या अन्य कार्य करने वाले मजदूरों के अटेस्टेशन की वकालत करते हुए इसे मजदूर हित में बताया। लेकिन लगता है कि हेलीमंडी पालिका कार्यालय में कार्यरत जेई अपने आप में सरकार के गजट नोटिफिकेशन और विधायक के निर्देश से ऊपर और अधिक पावरफुल बनाये हुए हैं । बीते हफ्ते शुक्रवार को भी हेलीमंडी नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 और 3 में दलित बहुल बस्ती में बिना किसी नोटिस दिए अथवा बिना किसी कोर्ट के आदेश या फिर किसी वरिष्ठ अधिकारी के आदेश के बिना ही बड़ी संख्या में यहां पानी के कनेक्शन, सीवरेज के कनेक्शन के साथ-साथ फीवर हाॅल भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करवा दिए गए । जोकि आज छठे दिन भी बदहाल हालत में पड़े हुए हैं। इधर बरसात होने से हालात और भी चिंताजनक बन चुके हैं।

इसी बीच में बुधवार को एक बार फिर से जेई मनोज कुमार की मनमानी का वीडियो वायरल हो गया। यह वीडियो करीब 2.30 से 3 मिनट का है और इस वीडियो में साफ-साफ सुना जा सकता है कि जेई मनोज कुमार कथित रूप से धमकी भरे लहजे में आवेदक को साफ-साफ टका सा जवाब दे रहा है कि मैं अपना ट्रांसफर करवा लूंगा , जहां चाहे मेरी शिकायत कर लो । लेकिन तुम्हारे किसी भी प्रकार के दस्तावेज को अटेस्ट नहीं करूंगा या हस्ताक्षर नहीं करूंगा। करूंगा भी तो तब करूंगा जब डीसी या एसडीएम स्वयं मेरे को इस काम के लिए कहेंगे । उसके बाद ही मैं मजदूरों का अटेस्टेशन या फिर वर्क स्लिप को अटैस्ट करूंगा ।

एमएलए जरावता की प्रतिष्ठा दांव पर

इसी बीच कथित दबंगई और मनमानी का यह मामला एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के संज्ञान में भी पहुंच गया। इस मामले को और हेलीमंडी नगर पालिका के जेई की मनमानी सहित दबंगई को उन्होंने सरकार की छवि बिगाड़ने वाला बताते हुए बेहद गंभीर और चिंताजनक विषय बताया है। विधायक सत्य प्रकाश जरावता ने कहा है कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में जनता के हित के काम करने वाले और क्षेत्र के विकास की सोच रखने वाले अधिकारी चाहिए । नकारा और नकारात्मक विचारों वाले किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को वह अधिक समय तक अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं ठहरने देंगे। उनका कहने का इशारा जेई मनोज कुमार के यहां से ट्रांसफर करवाए जाने की तरफ ही है । अब देखना यह है कि जेई मनोज कुमार अपनी मनमानी और कथित दबंगई के चलते हेलीमंडी नगर पालिका में ही जमे रहते हैं या फिर विधायक सत्यप्रकाश जरावता जेई मनोज कुमार को यहां से कब तक चलता कर सकेंगे।

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