नेता जी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर समारोह का आयोजन नेताजी सुभाष सहित सभी शहीदों को याद कर तिरंगा भी फहराया फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि के मौके पर एक समारोह का आयोजन किया गया । यह आयोजन युवा विकास मोर्चा बोहड़ाकला के द्वारा किया गया। इस मौके पर स्वतंत्रता दिवस की 74 मी वर्षगांठ के उपलक्ष पर तिरंगा झंडा फहराया गया और नेताजी सुभाष चंद्र बोस सहित सभी ज्ञात अज्ञात शहीदों को नमन भी किया गया । इस मौके पर युवा विकास मोर्चा के संस्थापक राजेश कुमार और अध्यक्ष लखमीचंद सैनी की मौजूदगी में समारोह के मुख्य अतिथि कर्नल रोशन सिंह चैहान के द्वारा दिव्यांग आशु को एक तिपहिया साइकिल भी विशेष रूप से भेंट की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि कर्नल रोशन सिंह चैहान ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बदौलत ही सही मायने में देश में आजादी की सैनिक क्रांति का सूत्रपात हुआ । देश की अथवा भारत की सबसे पहली सेना नेताजी सुभाष चंद्र बोस के द्वारा ही बनाई गई थी और आज भी यह हमारा और देश का सौभाग्य है कि ऐसे जांबाज देश और समाज में मौजूद हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी और आजादी का जो उन्होंने बीजारोपण किया उसका एक लंबे संघर्ष के बाद परिणाम भी मिला । आज हम सभी ऐसे जांबाज योद्धाओं की शहादत और कुर्बानी की बदौलत ही खुली हवा में सांस ले रहे है। उन्होंने कहा तिरंगा सही मायने में भारत और भारत के साथ साथ प्रत्येक सैनिक और सभी सुरक्षाबलों के लिए अपनी जान से भी प्यारा है । कोई भी सैनिक ,कोई भी सुरक्षा बल किसी भी हालत में तिरंगे का अपमान सहन नहीं कर सकता और ना ही इसे झुकने देगा । उन्होंने अपने सैन्य सेवाकाल के कई रोचक अनुभव भी लोगों के बीच में सांझा किए । उन्होंने कहा कि आज के समय में युवा वर्ग को अधिक से अधिक भारतीय सेना, वायु सेना और जल सेना में अपनी योग्यता के मुताबिक देश की सेवा के लिए जाना चाहिए । देश की सेवा करना वीर माता के सपूत और राष्ट्र भक्तों के भाग्य में ही होता है। उन्होंने युवा विकास मोर्चा के द्वारा किए जा रहे जनहित के कार्यों की सराहना की और आम लोगों से भी आह्वान किया कि काम करना चाहिए। इसी मौके पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित की गई। इस मौके पर राकेश यादव राकी, शैलेंद्र चैहान, शिव कुमार, एफएस सैनी सहित अनेक प्रबुद्ध लोग मौजूद रहे। Post navigation सावरकर से प्रभावित हो आजादी आंदोलन में कूदे थे ढींगरा: लारोइया राम मंदिर प्रकरण : भड़काऊ बयानबाजी करने वालों पर हो कठोर कार्रवाई: एडवोकेट सुधीर