कृषि से जुड़े तीन अध्यादेश के विरोध में भारतीय किसान यूनियन का ये आंदोलन था. यूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है. मांग पूरी नहीं हुई तो आगे आंदोलन और भी बड़ा व कड़ा होगा.

भिवानी. एक तरफ जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस पर जश्न मना रहा था, तब दूसरी तरफ भिवानी सहित पूरे प्रदेश में किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे. भारतीय किसान यूनियन का ये आंदोलन कृषि से जुड़े तीन अध्यादेश के विरोध में था. यूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है. मांग पूरी नहीं हुई तो आगे आंदोलन और भी बड़ा व कड़ा होगा.

तीनों अध्यादेश की प्रतियां जलाईं

यूनियन ने कहा कि कई बार के आंदोलन व ज्ञात-अज्ञात हजारों लाखों लोगों की कुर्बानी व बलिदान के बाद हमारा देश 15 अगस्त को आजाद हुआ. उन कुर्बानियों को याद करते हुए हमसब आजादी का जश्न मनाते हैं. भिवानी में भी जिलास्तर पर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. जहां एक तरफ लोग आजादी के जश्न में डूबे थे, वहीं दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन कृषि से जुड़े तीन अध्यादेश लागू होने पर आंदोलन कर रही थी. यूनियन के जिला प्रधान राकेश आर्य के नेतृत्व में किसानों ने तीनों अध्यादेशों की प्रतियां जलाईं और तहसीलदार के माध्यम से पीएम मोदी के नाम ज्ञापन सौंप कर इन तीनों अध्यादेशों को रद्द करने की मांग की.

बड़े आंदोलन की चेतावनी

भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान राकेश आर्य ने बताया कि केन्द्र सरकार ने कृषि से जुड़े जो तीन अध्यादेश लागू किये हैं वे किसानों व व्यापारी दोनों को बर्बाद करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि इससे किसानों की फसलों का एमएसपी व मंडियां खत्म हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत ये अध्यादेश खत्म करने चाहिए. साथ ही कहा कि आज तो केवल चेतावनी दी है. अगर ये अध्यादेश खत्म नहीं हुए तो आगे और भी बड़ा व कड़ा आंदोलन किया जाएगा.

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