सुरेश रैना ने पिछली चयन समिति को कई बार यह इशारा दिया कि उनके भीतर काफी क्रिकेट बची हुई है और वह नंबर- 4 पर भी खेलने के लिए राजी हैं, लेकिन लगातार गुहार लगाने के बावजूद जब रैना को टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई, तो सुरेश रैना को भी एहसास हो गया कि अब उनका अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया है. महेंद्र सिंह धोनी के बाद उनके सबसे नजदीकी क्रिकेटर और दोस्तों में से एक सुरेश रैना ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है. सुरेश रैना पिछले काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. सुरेश रैना ने पिछली चयन समिति को कई बार यह इशारा दिया कि उनके भीतर काफी क्रिकेट बची हुई है और वह नंबर- 4 पर भी खेलने के लिए राजी हैं, लेकिन लगातार गुहार लगाने के बावजूद जब रैना को टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई, तो सुरेश रैना को भी एहसास हो गया कि अब उनका अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया है. एमएस धोनी और सुरेश रैना के एक ही दिन संन्यास से यह बात साफ हो गई है कि इसकी प्लानिंग इन दोनों ने लॉकडाउन के दौरान ही कर ली थी और यह एकदम से अचानक से लिया गया फैसला नहीं ही है. आईपीएल के इतिहास के सबसे कामयाब बल्लेबाजों में शुमार सुरेश रैना ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी वनडे 17 जुलाई 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेला था, तो रैना ने अपना आखिरी टी20 मैच भी इससे कुछ ही दिन पहले 8 जुलाई 2018 को खेला था. इसके बाद सुरेश रैना को भले ही 2019 वर्ल्ड कप के लिए टीम में जगह नहीं दी गई, लेकिन रैना ने हर नहीं मानी और वह लगाता यह कहते रहे वह टीम इंडिया में वापसी के लिए तैयार हैं लेकिन पिछली सेशन की रणजी ट्रॉफी में जब रैना का प्रदर्शन उम्मीद के हिसाब से नहीं रहा, तो रैना सेलेक्टरों के रडार से उतर गए और इसी बीच ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर जैसे कई युवा खिलाड़ी बहुत ही तेजी से उभरकर आए, तो सुरेश रैना टीम इंडिया में वापसी की रेस में बहुत ही पीछे चले गए. Post navigation वेंटिलेटर पर रखे गए, चेतन चौहान : कोरोना ने बिगाड़ी टीम इंडिया के पूर्व ओपनर की हालत आत्महत्याएं केवल मनोवैज्ञानिक या भावनात्मक कारक नहीं हैं