करीब एक महीने पहले चेतन चौहान को कोरोना संक्रमित पाया गया था. तब इस पूर्व क्रिकेटर को कथित तौर पर लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चौहान के परिवार के सदस्यों का भी कोविड-19 परीक्षण किया गया था.

 भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान की हालत नाजुक है और वह वेंटिलेटर पर हैं. चेतन चौहान पिछले महीने ही कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए थे और तभी से इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. जानकारी के अनुसार कोरोना का संक्रमण चौहान के फेफड़ों में घर कर गया है और इसी कारण शुक्रवार देर रात उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. बता दें कि 73  साल के चेतन चौहान ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले हैं और घरेलू क्रिकेट में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र और दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया. 

करीब एक महीने पहले चेतन चौहान को कोरोना संक्रमित पाया गया था. तब इस पूर्व क्रिकेटर को कथित तौर पर लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में चौहान को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार रात को अचानक से उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई और इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखने का फैसला किया. डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया ,‘‘ सुबह चेतन जी की किडनी ने काम करना बंद कर दिया और फिर कई अंगों ने. वह लाइफ सपोर्ट पर हैं और हम दुआ कर रहे हैं कि यह जंग वह जीत जाएं.

चौकसभा के पूर्व सदस्य चौहान उन कुछ पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में शामिल हैं जो इस वायरस से संक्रमित हुए हैं. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी और स्कॉटलैंड के माजिद हक संक्रमित पाए जाने के बाद इस बीमारी से उबर गए हैं. चौहान ने भारत की ओर से 1969 से 1978 के बीच 40 टेस्ट में 2084 रन बनाए. इस दौरान उनका औसत 31.57 जबकि सर्वश्रेष्ठ स्कोर 97 रन रहा. उन्होंने सात एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 153 रन भी बनाए. चौहान और सुनील गावस्कर की सलामी जोड़ी काफी सफल रही. दोनों ने 1970 के दशक में 10 बार शतकीय साझेदारी की और मिलकर तीन हजार से अधिक रन बनाए. चौहान ने घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए काफी रन बनाए.

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