-शहीदों के दिखाए रास्ते पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि चंडीगढ़। हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने केंद्र व राज्य सरकारों से मांग की है कि देश के स्वाधीनता दिवस के अवसर पर अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद जैसे अमर शहीदों की जीवनी को प्राथमिक पाठ्यक्रमों से ही अनिवार्य विषय घोषित किया जाए। हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ व उप महासचिव कुलदीप शर्मा ने कहा कि अगर अब भी सरकार महापुरूषों के संघर्षमय व गौरवशाली जीवन के उन अध्यायों को जिनमें उन द्वारा देश को आजाद करवाने में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, उनकी निस्वार्थ भाव से देश के प्रति की गई त्याग व तपस्या के अध्ययन से विद्यार्थी वर्ग में शिक्षा प्राप्ति के साथ साथ देशप्रेम की भावना भी प्रफुल्लित होगी। कर्मचारी नेताओं ने का कि आज आवश्यकता है कि समाज का हर नागरिक सरकारी व गैर सरकारी समाज के प्रति अपने दायित्व का पूर्ण ईमानदारी व निष्ठा के साथ निर्वहन करे तो निश्चित तौर पर शहीदों के सपनों को साकार करने में हम सब अपना योगदान दे पाएंगे। उन्होंने शहीदों को सरकारी तौर पर शहीदी का दर्जा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र व रा’य सरकारें उनके जीवन के आजादी काल के समय को शिक्षा में अनिवार्य घोषित करे तो देश के विकास में आने वाली पीढी बड़ा योगदान दे सकती है। देश व प्रदेश के करोड़ों नागरिकों के साथ हरियाणा प्रदेश का लाखों की संख्या में कर्मचारी वर्ग भी देश के महान पर्व 15 अगस्त के शुभ अवसर पर वीर शहीदों को अपने भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करता है। Post navigation भाजपा सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों की पेंशन बंद करना बेहद निदंनीय : अभय चौटाला स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों की मिली दो महिनो की पेंशन