चंडीगढ़। सरकार की कर्मचारी, मजदूर व जनविरोधी नीतियों के खिलाफ  पूरे देश के साथ कदम ताल करते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ, एटक से संबंधित रोडवेज कर्मचारी युनियन हरियाणा के बैनर तले प्रदेश भर में हजारों कर्मचारियों ने बड चढ़ कर भाग लिया। यूनियन के राज्य प्रधान वीरेन्द्र सिंह धनखड़ व प्रदेश महासचिव पहल सिंह तंवर ने संयुक्त रूप से कहा कि महामारी के इस दौर में देश व प्रदेश सरकार द्वारा  संकट को अवसर में बदलने की आड में निजीकरण को बढ़ावा देने और सरकारी विभागों को बेचने की नीतियाँ लाई जा रही है।

कर्मचारी नेताओं ने बताया कि भाजपा सरकार करोना महामारी के दौरान आम जनता को कोई सुविधा नहीं दे रही बल्कि महामारी को एक अवसर के रूप में मना रही है जनता की मेहनत से खड़ा किया गया। सरकारी ढांचा आज एक एक करके पूंजी पतियों के हवाले किया जा रहा है। रेलवे हवाई सेवाएं चिकित्सा बिजली शिक्षा पानी जैसी मूलभूत सेवाएं का निजी करण किया जा रहा है। करोना महामारी के दौरान भी पूंजीपतियों को टैक्सों में भारी छूट दी जा रही है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी सरकारी कंपनी बीपीसीएल जिसमें सरकार का 53प्रतिशत हिस्सा है। आज उसको भी बेचा जा रहा है। पुरानी पैंशन स्कीम जोकि केन्द्रीय व प्रदेश के सभी कर्मचारियों को लाभान्वित करने वाली स्कीम है उसे लागू न करके कर्मचारियों के खून पसीने की कमाई को बाजÞार के हवाले कर दिया गया है। देश की 70प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्धारित है। परंतु सरकार जनता को कृषि से दूर कर रही है।

कृषि क्षेत्र में तीन अध्यादेश लेकर आ रही है जो किसानों को बर्बादी की ओर ले जाएंगे सरकारी खरीद केंद्रों पर रोक लगा दी जा रही है निजी कंपनियों को खरीद के खुले आॅफर दिए जा रहे है। अनाज फल सब्जियों का भंडारण कर कालाबाजारी के रास्ते खोले जा रहे है। जिसे गरीब जनता भूखे मरने पर मजबूर होगी बिजली अमेंडमेंट बिल 2020 को पास करके बिजली का निजीकरण किया जा रहा है जिससे किसानों को मिलने वाली क्रॉस सब्सिडी बंद हो जाएगी और बिजली किसान की पहुंच से बाहर हो जाएगी स्कूलों में नई शिक्षा नीति लागू कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है कर्मचारी आम जनता वह मजदूर विरोधी बिल पास किए जा रहे हैं श्रम कानूनों में पूँजी पतियों के पक्ष में संशोधन किया जा रहा है।

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