पुलिस जिला हांसी में चोरी करने वाले अंतर-जिला गिरोह का किया पर्दाफाश, 6 काबू चंडीगढ़, 7 अगस्त – हरियाणा पुलिस ने कैथल जिले में ब्लाइंड मर्डर की दो वारदातों सहित फिरौती की मांग की दो घटनाओं को सुलझाते हुए इस सिलसिले में तीन अपराधियों को गिरफ्तारी किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से एक 12 बोर डोगा बंदूक, 5 कारतूस और एक बाइक भी बरामद की है। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने चोरी व लूट की कई वारदातों को अंजाम देने वाले एक अंतर-जिला गिरोह का पर्दाफाश करते हुए हांसी जिले से गैंग के छः सदस्यों को भी काबू किया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि कसान-जखोली लिंक रोड (कैथल) के बीच गश्त के दौरान सीआईए की एक टीम ने एक गुप्त सूचना मिलने पर एक नाका लगाकर बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर सवार तीन संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया। जब तलाशी ली गई तो पुलिस को उनके कब्जे से 12 बोर की डोगा बंदूक और 5 कारतूस मिले जिनकी पहचान शुभम उर्फ सुखा, बलविंदर सिंह उर्फ बिट्टू और परवीन उर्फ बिन्नी के रूप में हुई। पुलिस की गहन पूछताछ के दौरान, आरोपी प्रवीण उर्फ बिन्नी ने कबूल किया कि उसने 20 जुलाई की शाम शुभम के साथ मिलकर कलायत निवासी राजबीर उर्फ बिट्टू राणा की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह बाइक पर अपने खेत से घर लौट रहा था। उन्होंने 27 जुलाई को बिजली विभाग के एक कर्मचारी की हत्या करने की बात भी कबूल की, जब वह आधिकारिक ड्यूटी करने के बाद बाइक पर वापस घर जा रहा था। यह भी खुलासा हुआ कि कि परवीन और शुभम ने 1 अगस्त को कलायत में कपउे का व्यापार करने वाले एक दुकानदान को फोन करके 20 लाख रुपये की फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। अगले दिन, 2 अगस्त को, दोनों आरोपियों ने बिल्डिंग मैटिरियल का धंधा करने वाले एक कलायत निवासी को मारने की धमकी दी थी। दोनों आरोपी, अपराध करने के बाद, जिला पटियाला, पंजाब के गाँव कालबानू निवासी अपने साथी बलविंदर के यहाँ शरण लेकर छिप जाते थे। तीनों कलायत क्षेत्र में दो अन्य लोगों को मारने के इरादे से घूम रहे थे, लेकिन सीआईए टीम ने उन्हें दबोच लिया। परवीन उर्फ बिन्नी के खिलाफ हत्या, चोरी और लूट के प्रयास से जुड़े करीब आधा दर्जन आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। एक अन्य कार्रवाई में, पुलिस ने कई जिलों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर इसके छः सदस्यों को हांसी में गिरफ्तार किया है। गिरोह के चार सदस्य चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देते थे जबकि दो अन्य लोग चोरी का सामान को स्क्रैप में बेचते थे। पुलिस ने उनके कब्जे से 3 बाइक, एक मोबाइल फोन, 2 इनवर्टर, 2 बैटरी, 1 कूलर, 1 फोटोस्टेट मशीन, 5 गैस सिलेंडर, 1 पीतल का हुक्का सहित काफी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया है। गिरोह के तीन सदस्यों की पहचान विकास उर्फ कालिया, मुकेश उर्फ धोला और पवन के रूप में हुई थी जिन्हे की एक अगस्त को गिरफतार किया गया था, जबकि शेष तीन राहुल उर्फ नेपाली, विजय और सोनू हैं। इन तीनों को पूछताछ के आधार पर सुनियोजित तरीके काबू किया गया है। राहुल 18 जुलाई को एक पिक-अप वाहन की चोरी करने का भी आरोपी है, जो ईंधन खत्म होने पर वाहन को सड़क पर छोड़ कर फरार हो गया था। उन्होंने कहा कि आरोपियोें के खिलाफ आईपीसी के प्रावधानों के तहत मामले दर्ज कर आगे की जांच जारी है। Post navigation अनिल विज ने अब शराब घोटाले की जांच स्टेट विजिलेंस ब्यूरो से करवाने की शिफारिश मुख्यमंत्री को भेजी ! जांच रिपोर्ट आने के बाद तुरंत प्रभाव से एक एचसीएस अधिकारी के नियुक्ति एवं स्थानांतरण आदेश जारी