पंचकूला। पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा द्वारा राखी के अवसर पर पुरानी पेंशन नीति की मांग को नए स्वरूप में सरकार के सामने रखा जिसमें 2006 के बाद सरकारी सेवा में आई महिला कर्मचारियों ने इस रक्षाबंधन के मौके पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, और उपमुख्यमंत्री को पुरानी पेंशन बहाली के लिए सोशल मीडिया  ईमेल, ट्विटर, फेसबुक आदि के माध्यम से पेंशन राखी भेजी गई जिसमें महिला कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को नई पेंशन व्यवस्था एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कर उनका भविष्य सुरक्षित करने का वचन मांगा गया। इस कोरोना काम में महिला कर्मचारी चिकित्सक, नर्स, पुलिस, शिक्षिका, बैंक कर्मचारी, कलर्क के रूप में अग्रिम पंक्ति में खड़ी हो महामारी से प्रदेश को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान की परवाह किये बगैर रातदिन जनता की सेवा कर रही हैं।

इस राखी के अवसर पर पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा विजेन्द्र धारीवाल के आहवाहन पर महिला कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पेंशन रखी भेज अपनी मांग को सरकार के सामने रखने का निर्णय लिया गया जिसमें प्रदेश की समस्त विभागों की तीस जहर महिला कर्मचारियों के पूरे उत्साह के भाग लिया और सरकार को राखी के माध्यम से अपनी मांग से अवगत करवाया। संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र धारीवाल ने बताया कि 2006 के बाद सरकारी सेवा में आए कर्मचारियों को बाजार आधारित पेंशन व्यवस्था एनपीएस में शामिल कर दिया गया जिसमें ना तो फिक्स पेंशन और फैमिली पेंशन का प्रावधान है, ना ही महंगाई भत्ते और मेडिकल भत्ते का। इसके विपरीत एनपीएस बाजार आधारित व्यवस्था होने के कारण इसमें सरकार और कर्मचारी दोनों पर वित्तीय भार भी दिन प्रति दिन बढ़ रहा है।