– जलघरों की सफाई के साथ-साथ करवाएं पेयजल शुद्धता की जांच : बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह*
*- नागरिकों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना सरकार की पहली प्राथमिकता : बिजली मंत्री*

रमेश गोयत

चंडीगढ़, 2 अगस्त। बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने रविवार को लघु सचिवालय जलघर का औचक निरीक्षण किया तथा ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर व जलघर में साफ-सफाई को लेकर कोताही बरतने पर संबंधित एसडीओ आंचल जैन के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके अलावा हुड्डïा सैक्टर-19 जलघर व गांव पंजुआना जलघर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान, कार्यकारी अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग आरएस मलिक व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही व किसी प्रकार की कोताही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आमजन को सुविधाएं सरलता व सुलभता से उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सरकार का प्रयास है कि पंक्ति के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का पूरा – पूरा लाभ मिले। उन्होंने हिदायत दी कि सभी विभागों के अधिकारी नागरिकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें और उनकी समस्याओं को ध्यान से व विनम्रता से सुनें। इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय व तालमेल से कार्य करें ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ धरातल स्तर तक के लोगों को मिल सके।             

  बिजली मंत्री ने कहा कि लोगों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल सुविधा उपलब्ध कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और लोगों को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो।               

बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों से जिला में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए विभाग द्वारा बनाई गई विस्तृत योजना की भी जानकारी ली। उन्होंने पंजुआना जलघर में बन रहे अतिरिक्त टैंक के निर्माण का कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस टैंक का निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि में पूरा करवाएं ताकि लोगों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिलना शुरु हो। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता की निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जाए जिससे लंबे समय तक लोग इससे लाभांवित हो सके। इसके लिए अधिकारी निर्माण अवधि के दौरान समय-समय पर जलघर का निरीक्षण कर निर्माण सामग्री की जांच करें। उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति के लिए समय-समय पर जलघरों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए और पानी को स्वच्छ बनाने के लिए दवा आदि का भी प्रयोग करें। इसके अलावा कॉलोनियों में पहुंच रहे पानी की भी जांच करवाएं और संबंधित विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों को हर हाल में स्वच्छ पानी उपलब्ध होना चाहिए।             

  बिजली मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जलघरों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए और अनावश्यक घास, फूस तथा झाडिय़ों की साफ-सफाई करवाते रहें। इसके अलावा जलघर में समय-समय पर काई की सफाई अच्छे ढंग से करवाई जाए ताकि आमजन का स्वच्छ व शुद्ध पेयजल मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जलघरों में स्वच्छता व हरियाली का विशेष ध्यान रखते हुए बेहतर किस्म की घास लगाई जाए और जलघरों के सौंदर्यकरण के लिए फलदार व छायादार पौधे भी लगाए जाए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण व घास लगाने के लिए यह मौसम बेहद अनुकूल है। उन्होंने कहा कि फिलहाल गर्मी का मौसम है और अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों को समुचित मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके।               

चौ. रणजीत सिंह ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन की पेयजल से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें और निर्धारित समय अनुसार पेयजल की सप्लाई की जाए। अधिकारी कॉलोनियों में पहुंच रहे पानी की समय-समय पर सैंपलिंग करें ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल मिले। उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इस बात पर भी नजर रखें कि कोई व्यक्ति पानी व्यर्थ न बहाए। यदि कहीं भी पाइप लाइन लीकेज है तो उसे तुरंत दुरुस्थ करवाएं ताकि अनावश्यक जल न बहे।

उन्होंने कहा कि विभाग समय-समय पर लोगों को जल बचाव के लिए भी जागरुक करें और पानी का सही इस्तेमाल के बारे में प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए जल अमूल्य है और जल का और कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इसलिए पानी की एक-एक बूंद को बचाना हम सबका दायित्व है, विभाग गांव स्तर पर अभियान चलाकर व जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को अधिक से अधिक जल बचाओ मुहिम से जोड़ें। उन्होंने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जल का संरक्षण करना बेहद जरुरी है। इसके लिए गांव-गांव में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जल का महत्व समझाएं और पानी की एक-एक बूंद का सही इस्तेमाल करने के लिए भी प्रेरित करें।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक हर घर नल के साथ जल पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए संबंधित विभाग योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें ताकि कोई भी घर स्वच्छ पेयजल मिलने से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि नागरिकों को समुचित पेयजल व नहरी पानी मिले इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा कई कारगर योजनाएं क्रियांवित की गई हैं और इस दिशा में कई अहम निर्णय भी लिए गए हैं। 

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