जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दिया दो दिन का समय भिवानी/मुकेश वत्स कोरोना काल में हर कोई अलग-अलग तरीके से संघर्ष कर रहा है। पर क्या कहेंगे जब कोई कोरोना को भूल कर पीने के पानी के लिए संघर्ष करे। ऐसा ही हुआ शहर के वार्ड नं 20 में। यंहा की महिलाओं व बच्चों ने पीने के पानी के लिए रोड़ पर आकर जाम लगाना पड़ा। हालांकी विभाग के अधिकारियों के भरोसे पर एक घंटे बाद जाम खोल दिया गया। महिलाएं व बच्चे कोरोना से कहीं ज्यादा पीने के पानी की समस्या से भयभीत हैं। यही कारण रहा कि ये सब कोरोना को भूल पानी की मांग को लेकर घंटे भर सङक़ पर जाम लगाकर नारेबाजी करते रहे और राहगीरों से उलझते रहे। पानी की कमी से जुझ रही यहां की महिलाओं व बच्चियों ने बताया कि उनकी लंबी मांग के बाद यहां बूस्टर बना, पर दो दिन पानी आने के बाद फिर वहीं समस्या। महिलाओं ने बताया कि उनके घरों में ना नहाने को, ना पीने को या अन्य काम के लिए पानी है। जबकि गर्मी और कोरोना महामारी में पानी दो-दो मिनट में चाहिए। वहीं मौके पर मौजूद जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने कहा कि बूस्टर कुछ रोज पहले बना है। उसका काम चल रहा है। ऐसे में जल्द ही काम पूरा कर दो दिन बाद सभी लोगों को पूरा पानी दिया जाएगा। उन्होने कहा कि कर्मचारी व मजदूर मौके पर काम करने में जूटे हुए हैं। Post navigation आंगनवाड़ी महिलाओं ने डीसी कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन डाक्टर चन्द्र त्रिखा हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक नियुक्त