हिसार, 22 जुलाई : तत्कालीन खेल मंत्री अनिल विज द्वारा ग्रांट जारी से हिसार हॉकी एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का मुख्य द्वार आधुनिक ढंग से निर्माण कार्य शुरु हो चुका है। यह द्वार अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के स्तर के गेट जैसा होगा और देश भर में विशेष तरह का गेट बनेगा। खेल महाकुंभ के मैराथन दोड़ के लिए चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मुख्य अतिथियों द्वारा मैराथन का शुभारंभ करने के लिए अस्थाई गेट बनवाया गया था। इस प्रकार के आयोजनों को मध्यनजर रखते हुए मुख्य अतिथियों व विजेता खिलाडिय़ों के सम्मान के लिए गेट के दोनों साइड पिलरों पर बॉलकोनी बनाई जाएगी। बॉलकोनी में जाने के लिए सीढिय़ों का भी प्रबंध किया गया है। प्रस्तावित गेट के सामने दर्शकों के बैठने के लिए ओपन स्पेस बनाया जाएगा। पैवेलियन के ऊपर शैड, कुर्सियां आदि भी लगवाई जाने की कार्रवाई चल रही है। यह जानकारी हॉकी खेल व खिलाडिय़ों की खेल सुविधाओं के लिए सदैव प्रयासरत समाजसेवी योगराज शर्मा ने जारी प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी।

शर्मा के अनुसार हिसार एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम के आधुनिक द्वार के लिए तत्कालीन खेल मंत्री अनिल विज ने खेल विभाग के माध्यम से लगभग 69 लाख रुपए की ग्रांट करवा दी गई थी। इस सम्बंध में लोक निर्माण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया जारी हुई और अब कार्य शुरु है। याद रहे एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का मुख्य गेट नवनिर्मित चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के आधुनिक गेट जैसा बनवाने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को समाजसेवी योगराज शर्मा ने पत्र लिखा था।

28 अगस्त 2016 को योगराज शर्मा के निवेदन पर हरियाणा के तत्कालीन खेल मंत्री अनिल विज को हिसार के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम के कार्य प्रगति का निरीक्षण करने आए। उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. योगेश बिदानी भी साथ थे। निरीक्षण के दौरान तत्कालीन खेल मंत्री अनिल विज ने स्टेडियम में कार्यों का जायजा लेते हुए कमी को देखा व अधिकारियों को इसे शीघ्र पूरा करने के लिए कहा था। इसके बाद चंडीगढ़ जाकर हिसार एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम से सम्बंधित बिजली, सीवरेज व पानी की फाइल मंगवाई व ग्रांट जारी करवाई। जिस पर कार्य में तेजी आई और पुन: पानी की छह इंची पानी की पाईप लाइन कैमरी रोड जलघर से स्टेडियम तक मंजूरी हुई व पाइप लाइन लगाई गई थी। 80 लाख की ग्रांट रात्रि मैचों के लिए बकाया लाइटों के लिए खेल विभाग से मिल गई है व प्रत्येक पोल पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए पूरी लाईटें लग गई।

खेल मंत्री अनिल विज ने कहा था कि जल्द ही हिसार एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में हॉकी के रात्रि मैचों के लिए जनरेटर की ग्रांट जारी कर दी जाएगी परंतु इस दिशा में कार्य चल रहा है। शर्मा ने कहा कि हिसार हॉकी स्टेडियम को बकाया कार्य करने के नक्शे व दूसरा अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के नक्शे के लिए मेजर ध्यानचंद नैशनल हॉकी स्टेडियम के मुख्य स्टेडियम जैसा नक्शा बनवाने के लिए तत्कालीन डायरेक्टर खेल विभाग हरियाणा जगदीप सिंह ने मुख्य वास्तुकार चंडीगढ़ को सितम्बर 2017 में पत्र लिखा गया था जिस पर कार्रवाई चल रही है।

हिसार हॉकी स्टेडियम के लिए पहली घोषणा हरियाणा महिला संघ द्वारा आयोजित बालिका नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप 1989 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल के कार्यकाल में हुई थी व दूसरी बार 2002 में तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री उमा भारती द्वारा की गई व जिस पर वर्ष 2004 में हरियाणा महिला हॉकी संघ अध्यक्ष कृष्णा सम्पत सिंह की सोच पर हरियाणा के पूर्व मंत्री प्रो. सम्पत सिंह के विशेष प्रयासों से लगभग 9 एकड़ 7 कनाल 15 मरले जमीन हॉकी स्टेडियम के लिए खेल विभाग को स्थानांतरित करवाई। तीसरी बार 2011 में ओ.पी.जिंदल के जन्म दिवस की रैली पर प्रो. सम्पत सिंह द्वारा मांग उठाने व तत्कालीन विधायिका सावित्री जिंदल के मांग पत्र में होने पर तत्कालीन हरियाणा के मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की घोषणा पर तत्कालीन उपायुक्त डा. अमित अग्रवाल के प्रयासों से हिसार हॉकी एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का कार्य शुरू हुआ था। कार्य को सुचारु रखने में तत्कालीन उपायुक्त एम.एल.कौशिक, डा. चंद्रशेखर खरे, निखिल गजराज व अशोक कुमार मीणा का विशेष योगदान रहा।

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