बेरी. जम्मूकश्मीर के गुलमर्ग में गोलाबारी में जवान दुबलधन निवासी अक्षय कादयान शहीद हो गए। शाम को फोन आया कि लाडले अक्षय कादयान को देशा सेवा के दौरान गोली लगी और अब वह इस दुनिया में नहीं रहा है। और अब वह दुनिया को अलविदा कह गया गांव के दुबलधन में मां बाप के दोनो बेटे देश सेवा में हैं अक्षय कादयान इन दिनों जम्मूकशमीर के गुलमर्ग में डयूटी कर रहा था। पिता आन्नद सिंह कारगिल की लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गऐ थें अक्षय का पूरा का पूरा परिवार देश सेवा में लगा हुआ हैं। अक्षय के भाई उमेश कादयान सीआरपीएफ में तैनात हैं। दादा रिसलदार राष्ट्रपति के बाडीगार्ड थें दूसरे दादा कैप्टन कपूर सिंह तीनों लड़ाई लड़ चुके हैं। और चाचा ताऊ सेना और पुलिस में सेवा दे रहे हैं। चाचा मनजीत कादयान ने बताया कि अक्षय को शुरू से ही सेना का शौक था और बाहरवीं करते 4 साल पहले 19 गेनडिर में तैनात हुआ था10 मार्च को छुटटी काटकर गया था लेकिन एक अनहोनी घटना ने अक्षय को हमेशा-हमेशा के लिए छीन लिया। अक्षय की मौत का समाचार बीती देर रात टेलीफोन पर परिजनों को मिला। परिवार वालों के साथ-साथ ग्रामीण भी उसके शव के आने का इंतजार कर रहे है। सैन्य अधिकारियों से मिली सूचना अनुसार अक्षय का शव सोमवार को उसके पैतृक गांव दुबलधन पहुंचेगा। अक्षय केपिता आनन्द भी सेना में सेवारत थें और कारगिल की लड़ाई के दोरान पैर में माईनस फट गया था जिसके कारण गंभीर रूप से घायल हो गऐ थें और तीन साल तक होस्पिटल में रहना पड़ा था अक्षय की मौत की सूचना आने के बाद से ही पूरे गांव में मातम पसरा है और हर कोई दुखी है। जिसे भी अक्षय की मौत की सूचना मिली है वह अक्षयके घर पर जाकर परिवार को ढांढस बंधा रहा है। जिस स्थान पर अक्षय का अन्तिम संस्कार किया जाऐगां उस जगह को ग्राम पंचायत की तरफ से ठीक करवाया जा रहा हैं। Post navigation ये नजदीकियां जरूरी हैं अध्यक्ष बनने के लिए देश में संविधान व कानून का राज है ? विद्रोही