भिवानी/मुकेश वत्स जीबीटीएल मील के कर्मचारियों ने मील प्रबंधन पर उनकी तनख्वाह न देने का आरोप लगाया है। आज मंगलवार को भारी संख्या में मजदूर सभा के बैनर तले मजदूर सड़क पर उतर आए और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में सभी मजदूर नेहरू पार्क से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और अपनी मांगों का एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा।] आज मंगलवार सुबह यहां नेहरू पार्क में भारी संख्या में मजदूर एकत्रित हुए। मजदूरों को संबोधित करते हुए मजदूर सभा भिवानी के प्रधान रणसिंह यादव ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जीबीटीएल मील को प्रबंधन द्वारा बंद कर दिया गया था। जिसके बाद मजदूरों ने मील प्रबंधन पर वेतन देने की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि उस दौरान सांसद धर्मबीर सिंह ने मील प्रबंधन को मजदूरों का वेतन देने को कहा था लेकिन प्रबंधन ने सांसद को बताया कि मार्च से जून तक का वेतन मजदूरों के खाते में डाल दिया गया है। यादव ने आरोप लगाया कि मील प्रबंधन ने झुठ बोलकर सांसद को गुमराह किया क्योंकि आज तक किसी भी मजदूर के खाते में वेतन के नाम पर एक भी पैसा नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मील प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण आज श्रमिक भूखा मरने की कगार पर पहुंच चुका है क्योंकि वेतन के नाम पर उसे पिछले चार महिने से एक भी पैसा नहीं मिला है। ऐसे में वे अपना गुजर-बसर कैसे करें। यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को न तो समय पर रोटी मिल रही है और न ही पानी। हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि मील प्रबंधन की नीयत सही नहीं है। वह चाहता है कि श्रमिक भूखे मरते हुए यहां से पलायन कर जाएं। यादव ने बताया कि आज जीबीटीएल मील को चलाए जाने, पिछले मार्च से लेकर आज तक का वेतन दिलवाए जाने, मील के खाते में किसी भी श्रमिक की वापसी ना किए जाने, स्वास्थ्य उपकरणों से पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान किए जाने व भूखे व असहाय श्रमिक व उनके परिवारों के लिए राशन की व्यवस्था किए जाने की मांग को लेकर मजदूर सभा ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। Post navigation पंचायत चुनाव में महिलाओं की 50 प्रतिशत भागीदारी की करेंगे जोरदार पैरवी: नैना चौटाला भिवानी के गांव पालुवास में ससुर ने अपनी पत्नी और पुत्रवधु को मौत के घाट उतारा