महिलाओं ने मांगा पंचायती राज में 50 प्रतिशत रिजर्वेशन रमेश गोयत चंडीगढ़। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय सर्व खाप महिला कॉन्फ्रेंस में महिलाओं का उमड़ा जनसैलाब। सर्व खाप महिला विंग की अध्यक्ष डॉ संतोष दहिया ने बताया की मीटिंग का समय 4:00 बजे रखा था लेकिन 4:05 पर सो महिलाएं जुड़ गई थी। आईजी ममता सिंह ने स्क्रीनशॉट भेज कर बताया कि मैं जुड़ नही पा रही हूं क्योंकि 100 महिलाएं पहले से ही जुड़ी हुई है इसी तरह से नैना सिंह को भी जुड़ने में समस्या आई। विधायक गीता भुक्कल समय पर जुड़ गई थी और घंटा भर प्रोग्राम में रही, 2 घंटे का प्रोग्राम रखा गया था लेकिन लगभग 5 घंटे तक कॉन्फ्रेंस चली और महिलाएं जुड़ी रही। डॉक्टर संतोष दहिया ने बताया की प्रथम अंतर्राष्टÑीय सर्व खाप महिला कांफ्रेंस में हमने चार मुद्दे लिए जिनमें विमेन सेफ्टी एंड सिक्योरिटी, फिजिकल एंड साइकोलॉजिकल वेल बीइंग, विमेन लीडरशिप एंड एंपावरमेंट। पंचायती राज में 50 प्रतिशत रिजर्वेशन का एजेंडा पारित हुआ और सबकी सहमति से पास हुआ। गीता भूक्कल ने भी इसका समर्थन किया। डॉक्टर संतोष दहिया ने बताया की समाज में सामाजिक व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए असामाजिक काम करने वालों को नियंत्रित किया जाता है अगर ऐसा नहीं किया गया तो समाज में स्थापित मान्यताएं, परंपराएं, धारणाएं, मर्यादाएं स्वत हीं खत्म हो जाती हैं और जंगलराज शुरू हो जाता है। उन्हीं परंपराओं को बचाने के लिए समाज की सभी महिलाओं को संगठित होकर काम करने की जरूरत है क्योंकि महिलाएं केवल घर की ही नहीं बल्कि समाज की भी धुरी है। सभी महिलाओं ने एकजुट होकर काम करने के लिए सर्व खाप महिला विंग में शामिल हुई और संगठन को और बड़ा बनाने का निर्णय लिया। वास्तव में ख्वाब सोशल एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम है जिसे सोशल इंजीनियरिंग सिस्टम भी कह सकते हैं। खाप दो शब्दों के मेल से बना है। ख+आप, ख का मतलब है आकाश और आप का मतलब है पानी। यानी एक ऐसा संगठन जो आकाश की तरह सर्वोपरि और पानी की तरह स्वच्छ हो और सभी लोगों के लिए उपलब्ध हो। बहुत ही उत्साहित होते हुए डॉ संतोष दहिया ने बताया कि महिलाओं को इस तरह से संगठन के साथ जोड़ना इस बात का प्रमाण है कि लोग उसी पुरानी पद्धति में दोबारा से जुड़ना चाहते हैं। सभी महिलाओं ने एक सुर में बताया कि महिलाओं की सेफ्टी और सिक्योरिटी किसी भी देश या प्रदेश का प्रथम धर्म है और महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद करने के लिए खुद को फिजिकली और साइकोलॉजी कली मजबूत बनाना होगा आज संसद में केवल 10 महिलाएं ही हैं लेकिन संसद में 50 प्रतिशत महिलाओं का होना अनिवार्य है महिलाओं के अधिकारों के लिए खुद महिलाओं को राजनीति में आना होगा। पिछले पंचायती नतीजों में 33 प्रतिशत रिजर्वेशन के अगेंस्ट 42 प्रतिशत महिलाएं जीत कर आई थी अगर उन्हें 50 प्रतिशत रिजर्वेशन मिल जाए तो वह 70 प्रतिशत जीत कर आ सकती हैं। मीटिंग के अंत में डॉक्टर संतोष दहिया ने आने वाले पंचायती राज में महिलाओं के 50 प्रतिशत रिजर्वेशन की मांग करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश बिहार छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश झारखंड केरला कर्नाटका मध्य प्रदेश महाराष्टÑ उड़ीसा राजस्थान सिक्किम तमिलनाडु त्रिपुरा वेस्ट बंगाल उत्तराखंड जैसे प्रदेशों में पंचायती राज में 50 प्रतिशत हिस्सा महिलाओं को दिया गया है फिर हरियाणाा में क्यों नहीं। सभी महिलाओं ने प्रस्ताव को पास किया अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सामने यह मांग रखी जाएगी। कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाली महिलाए कॉन्फ्रेंस में विशेष रूप से भाग लेने वाले विधायक गीता भुक्कल, आईजी ममता सिंह, आईजी सुमन मंजरी, फिल्म स्टार दामिनी चोपड़ा, बिजनेस विमेन रुचिका राजवंश, अमेरिका से नीतू मलिक सुहाग, रितुुुु विकास श्योराण आॅस्ट्रेलिया, सुशीला मलिक आॅस्ट्रेलिया, पर्वतारोही अनीता कुंडू, सविता धनखड़ अमेरिका, सरला कुमार अमेरिका, योगिता बांगड़ और सरला सिंह इंग्लैंड, रियलिटी शो स्टार एवं सिंगर युविका वर्मा, योगिक स्टार कविता नलवा, दीपिका जागलान कैलिफोर्निया, गायत्री देवी केन्या, बृज लता मुंबई, नीला भट्टाचार्य, एसआई दयाकोर, मंजू सांगा, रितु कटारिया, गीतिका खत्री, मनीषा, पंकज कलकल, सुमन नारंग, डॉक्टर सजनी, सरोज आटा, निर्मला मालिक, अंजना गर्ग, दीपा शर्मा, अंजना गर्ग, सीमा फोगाट, विनय दया, सुमित्रा धनखड़, परमजीत कौर, शशि वर्मा, कौशल्या चौधरी, अनीता राणा, किरण सेठी, अनीता जून, सरला मान, हेतल आचार्य ,डॉक्टर सोनिया दहिया, नीला भट्टाचार्य, प्रियंका पूनिया, बीना शर्मा ,किरण सेठी, शकुंतला सोलंकी, सुनीता राठी, सरोज बाला, अनुराधा शर्मा ,शिल्पा अत्री, विजेता मान, सुषमा शर्मा, सनी रावल, अंजू दहिया आधी महिलाओं ने एक स्वर में आने वाले पंचायती राज में 50 प्रतिशत महिलाओं के रिजर्वेशन की मांग रखी Post navigation मोरनी, रायपुरानी, पिंजौर के दून क्षेत्र और बरवाला को फार्मा हब की मांग लॉकडाउन में जानवरों-पक्षियों का सहारा बने अरमान कोहली