Haryana Chief Minister Mr. Manohar Lal addressing Digital Press Conference regarding preparedness to tackle Covid-19 in the State at Chandigarh on March 23, 2020.

10 जुलाई 2020.  स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि सीएमआईई द्वारा जारी बेरोजगारी आंकड़ों के संदर्भ में विपक्ष के तथ्यात्मक सवालों को सत्ता प्रभाव से मीडिया पर दबाव डालकर हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार ब्लैक आउट करवा रही है1             

 विद्रोही ने कहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का यह कहना सीएमआईई का हरियाणा को बेरोजगारी दर में देश का नंबर वन राज्य बताना फर्जी आंकड़ों पर आधारित हैं1 खट्टर अनुसार हरियाणा में देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 33.6 प्रतिशत नहीं है1 जब जब संघी सरकारों की तथ्यात्मक आकड़ों के साथ पोल खुलती है तब-तब सत्ता दबाव से ऐसी खबरों को पहले दबाया जाता है और फिर आंकड़ों को फर्जी बताकर मीडिया को मैनेज करके फर्जी आंकड़े परोसे जाते हैं1 

विद्रोही ने कहा यह फर्जीवाड़े का संघी खेल पिछले 6 वर्षों से पूरे देश-हरियाणा में सत्ता दुरुपयोग से खेल खेला जा रहा है1 जो हरियाणा कभी रोजगार देने में देश का नंबर वन राज्य था1 और अब वही हरियाणा संघीयो के कुशासन, भ्रष्टाचार के कारण इतना बदहाल हो गया कि आज बेरोजगारी में देश का नंबर वन राज्य बन गय1                     

 विद्रोही ने कहा हरियाणा में शिक्षा ढांचा शिक्षकों के अभाव में चरमरा चुका है1 सरकारी स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं है1 अभी हाल ही में एक आरटीआई सूचना से पता चला हरियाणा में स्कूली अध्यापकों के 127794 पद स्वीकृत हैं1 जिनमें 31232 अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं 1 प्रदेश में इस समय 127794 पदों में से 84447 शिक्षक ही रेगुलर पदों पर काम कर रहे हैं व 12144 शिक्षक अस्थाई रूप से नियुक्त हैं1 कोविड आर्थिक संकट के चलते अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने की स्थिति में न होने के कारण उन्हें सरकारी स्कूलों में भर्ती करवा रहे हैं1 पर सरकारी स्कूलों में अध्यापक पर्याप्त नहीं है1              

 विद्रोही ने कहा इसी तरह 1983 पीटीआई शिक्षकों के मामले में सुप्रीमकोर्ट ने यह पूछा था कि हरियाणा में कितने पीटीआई शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं1 पर हरियाणा सरकार ने कोर्ट को बताया नहीं1 उस समय भी सरकारी स्कूलों में लगभग 1700 पीटीआई शिक्षक पद खाली पड़े थे1 और अब 1983 शिक्षकों को बर्खास्त करने के बाद हरियाणा में लगभग 3700 पीटीआई शिक्षक पद स्कूलों में खाली होगए हैं1 हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार बर्खास्त 1983 पीटीआई शिक्षको को राजनीतिक कारणों से दोबारा बहाल करने को तैयार नहीं1                

 विद्रोही ने कहा प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने की बजाय जब सरकार ही लगे लगाए सरकारी रोजगार छीन रही है तो हरियाणा बेरोजगारी दर में देश का नंबर वन राज्य नहीं बनेगा तो और क्या बनेगा?