लद्दाख में एलएसी पर चीन की सेना के साथ हुई झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत पर देश के लोगों में अक्रोश है। इसी मुद्दे पर बातचीत करते मानेसर के जाने माने समाजसेवी व अधिवक्ता ऐ के शर्मा से।

उनसे जब चीन के साथ चल रहे विवाद के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा- भारत चीन सीमा विवाद के बाद दोनों तरफ से शांति बहाल करने की कोशिशें शुरू हो चुकी है। ये कोशिशें भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच शुरू हुई हैं । भाजपा सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

भारत ने चीन को सबक सीखाने के लिए उसको आर्थिक चोट पहुंचाई है और इससे काफी हद तक चीन झुक गया है । वैसे देखा जाए तो दोनों देशों को सीमा पर तनाव कम करने और शांति बहाल के लिए चरणबद्ध तरीक़े से काम करने की जरूरत है। और मुझे लगता है सरकार इस पर काम कर रही है।

अधिवक्ता शर्मा से राहुल गांधी के ट्वीट के बारे में पूछा कि राहुल गांधी ने सवाल किया था कि मोदी जी ने कहा था हमारी सीमा में कोई भी नहीं घुसा है, न ही कोई घुसा हुआ है और न ही हमारी किसी पोस्‍ट पर किसी ने कब्‍जा किया है, तो फिर चीन की सेना पीछे कहा से हटी। इस पर ऐ के शर्मा ने कहा कि भारत की सीमा और चीन की सीमा के बीच कुछ स्थान को आपसी सहमति से छोड़ दिया जाता है। इसे हम नो मैन जोन भी कह सकते हैं चीन की सेना यहीं बीच में आ गई होगी और कैम्प बनाया होगा, जिसका विरोध भारतीय सैनिकों ने किया.. प्रोटोकाल के तहत कोई भी सेना अपने साथ हथियार लेकर उस जगह नहीं जा सकता था, तो भारतीय सैनिक लेकर नहीं गए.. दूसरी ओर चीन के सैनिकों ने विश्वासघात किया जिसकी वजह से झड़प हुई और भारतीय सैनिकों की ओर से इसका करारा जवाब दिया गया।

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