जिला में मनोवैज्ञानिकों द्वारा की जा रही है 814 मरीजों की काउंसलिंग। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में होम आइसोलेेशन में रह रहे कोरोना पाॅजीटिव मरीजों के लिए मनोविशेषज्ञों की देखरेख में काउंसलिंग सैशन शुरू किया गया है। होम आइसोलेशन के दौरान व्यक्ति को डिप्रैशन व स्टैªस ना हो तथा होम आइसोलेशन संबंधी शंकाओं को दूर करने के लिए यह शुरूआत की गई है। इन मरीजों को आयुवर्ग के हिसाब से अलग-अलग गु्रपों में बांटा गया है जिनकी निर्धारित समय अनुरूप काउंसलिंग की जा रही है। इस बारे में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. वीरेन्द्र यादव ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए डाक्टरों का पैनल तैयार किया गया है। इस पैनल में डाॅक्टरों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की शंकाओं ना निवारण करने के साथ साथ उन्हें स्ट्रैस फ्री रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जूम एप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को वीडिया काॅल की जाती है और उन्हें इस दौरान डूज एंड डोन्टस के बारे में बताया जाता है ताकि परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमित ना हो। इस दौरान होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में पूछा जाता है ताकि समय रहते उनका समाधान किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में 814 मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं जिन्हें अलग-अलग समूहों में बांटकर उनकी काउंसलिंग का समय निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, कोरोना संक्रमित मरीजों का वाट्सएप पर भी गु्रप बनाया गया है ताकि काॅमन शंकाओं का समाधान हो सके। डॉक्टर यादव ने बताया कि 30 जून तक जिला में कान्टैक्ट ट्रैसिंग से 925 एंसिप्टोमैटिक कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है। इन 925 मरीजों को 50- 50 के 19 ग्रुपों में बांटा गया है। आखिरी 19वंे ग्रुप में 25 सदस्य हैं। इन सभी के अलग से व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इन सभी को जूम मीटिंग के जरिए मनोविशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन काउंसलिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इन सभी मरीजों कि गूगल डॉक्स के जरिए हाजिरी ली जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मरीज काउंसलिंग ले रहे है। डॉक्टर यादव ने बताया कि ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए दो डॉक्टर नामतः डा. विनय तथा डा. सचिन की ड्यूटी लगाई गई है। इन विशेषज्ञों द्वारा मरीजों की दिनचर्या के बारे में भी अपडेट्स लेने के साथ साथ उन्हें अपना ध्यान रखने संबंधी आवश्यक हिदायतें दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर द्वारा होम आइसोलेटिड मरीजों के ऑनलाइन सेशन के लिए 4 स्लॉट्स बनाए गए है। पहला स्लॉट सुबह 11 से 12 बजे, दूसरा स्लॉट 12 बजे से 1 बजे , तीसरा स्लॉट 4 बजे से 5 बजे और आखरी स्लॉट 5 बजे से 6 बजे का है जिसमें सभी होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को काउंसलिंग दी जा रही है। डॉ यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति का मानसिक तौर पर स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि ऐसे में व्यक्ति का मानसिक मनोबल उसे बीमारी से लड़ने के लिए मजबूत बनाता है। हमारा प्रयास है कि सभी कोरोना मरीजों तक पहुंचते हुए उनको मानसिक रूप से मजबूत किया जाए और उन्हें संभव मदद उपलब्ध करवाई जाए ताकि वे जल्द ही स्वस्थ हो सके। Post navigation श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार और आदर्श देते हैं प्रेरणा : जीएल शर्मा हेलीमंडी में वैश्य बंधुओं की बैठक होम्योपैथिक डिस्पेंसरी भवन के जीर्णोद्धार की उठी मांग