पंचकूला। हरियाणा व पंजाब के प्रसिद्ध सूफी गायक व कव्वाल तथा पटियाला घराने से सम्बंधित उस्ताद नीले खान मगलवार को हरियाणा सरकार में संगीत प्राध्यापक के पद से सेवनिवृत्त हो गए। संस्कृति स्कूल सेक्टर 20 पंचकूला के सभी स्टाफ सदस्यों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। प्राचार्या रेणु गुप्ता ने उनके कार्यों व सेवा की प्रसंशा की। उस्ताद नीले खान ने विभिन्न स्कूलों में कार्य करते हुए लगभग 33 वर्ष तक कार्य किया। इस दौरान चाहे खेल का क्षेत्र हो या संगीत का उन्होने अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। देश विदेश के अनेक मंचों पर उनकी प्रतिभा को उनके प्रशंसको ने सर आंखों पर बिठाया।    

 जÞर्रों को आफताब बनाने के फन में माहिर नीले खान ने समाज को बहुत से गायक व संगीतकार दिये जो कि आज अपने फन से उस्ताद की शागिर्दी में बेहतर प्रदर्शन कर रहे है। सरकार के लगभग सभी राज्यस्तरीय कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति चार चाँद लगाती रही है। उनकी इन्ही सेवाओ के कारण हरियाणा के राज्यपाल ने उन्हें उर्दु गजल गायक के अवार्ड से नवाजा। मुख्यमंत्री हरियाणा ने उन्हें अवार्ड आॅफ म्यूजिक एक्सीलेंसी से विशेष तौर पर सम्मानित किया।

काबिले जिक्र है कि संगीत प्राध्यापक के पद पर प्रोमोट होने से पहले पीटी अध्यापक के तौर पर भी नीले खान ने अपनी उल्लेखनीय सेवाएं सरकार को प्रदान की सभी स्टाफ सदस्यों ने इनकी सेवाओ व सहयोग को याद करते हुए नीले खान के उज्ज्वल व स्वस्थ भविष्य की कामना की। कार्यक्रम के अंत मे नीले खान ने अपने माता पिता मोहम्मद सदीक व सरजीत कौर की दुआओं तथा अपने स्टाफ सदस्यों की शुभकामनाओं को अपनी सफलता का कारण माना और भावुक मन से सभी का धन्यवाद किया।

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