ईश्वर धामु

भिवानी।  हरियाणा में भाजपा ने वर्चुअल रैली करके राजनीति में एक इतिहास रच दिया।  प्रदेश की राजनीति में यह पहली रैली थी, जिसमें आधुनिक आईटी का प्रयोग किया गया। भाजपा का कहना है कि इस रैली से 20 लाख लोग जुड़े थे। पहले प्रचारित किया गया था कि यह पहली वर्चुअल रैली प्रदेश के सात जिलों के लिए होगी। परन्तु प्रदेश प्रधान सुभाष बराला ने अपने भाषण में बताया कि रैली से सोशल मीडिया के माध्यम से 11 जिले जुड़े हुए हैं। जो भी हो पर रैली को भाजपा के पूर्व अनुमान से दस गुणा अधिक लोगों ने देखा और सुना। अब इस रैली से उत्साहित भाजपा एक ओर वर्चुअल रैली करेगी।

दूसरी रैली किए जाने की भाजपा सूत्रों ने दबी जुबान से पुष्टी भी की है। दूसरी रैली के साथ प्रदेश के बचे जिलों को जोड़ा जायेगा। बताया गया है कि इस रैली के लिए भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने बड़ी मेहनत की थी। पर इसमें बड़ी और प्रभावी भूमिका पार्टी के आईटी सैल की रही, जिसने आधुनिक तकनीक से पंचकूला और दिल्ली के मंचों को सोशल मीडिया से जोड़ा। यह पार्टी और कार्यकर्ताओं के लिए नया अनुभव था। इस बार दूसरी रैली में पार्टी का अधिक मेहनत करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

चर्चाकारों का तो यह भी कहना है कि भविष्य में भाजपा कोई पब्लिक मीटिंग नहीं करेगी बल्कि वर्चुअल सभाएं ही किया करेगी। अब जैसे ही भाजपा के नय प्रदेश प्रधान के नाम की घोषणा होती है, उसके बाद भाजपा दूसरी वर्चुअल रैली की तारीख की घोषणा कर देगी। अब वर्तमान प्रदेश प्रधान सुभाष बराला ने आने वाले प्रदेश प्रधान के सामने एक लक्ष्य खड़ा कर दिया है। देखना होगा कि नए प्रधान की वर्चंअल रैली से कितने लोग जुड़ पाते हैं?

पर अभी तो पार्टी के आला नेता प्रदेश प्रधान के किसी एक नाम पर सहमति बना ही नहीं पा रहे हैं। लेकिन नए प्रधान के आते ही उसकी अग्रि परीक्षा हो जायेगी। क्योकि अभी अक्तूबर या नवम्बर में बरोदा का उप-चुनाव होना है। यह उप-चुनाव प्रदेश प्रधान की अगुवाई में होगा। देखना होगा कि नया प्रदेश प्रधान की चुनाव नीति क्या रहेगी?

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