चंडीगढ़। इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा हम पर आरोप लगाते थे कि इनेलो और भाजपा ए और बी टीम हैं। साथ ही हमारे से निकलकर गए, जिन्होंने नई पार्टी बनाई, आरोप लगाते थे कि अभय सिंह ने विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय सरकार को सदन में बचाने का काम किया। वो तो सरकार में शामिल हो गए और आने वाले समय में विलय भी हो जाएंगे। लेकिन भूपेंद्र हुड्डा कह रहे थे कि वो ही विपक्ष में हैं और प्रदेश के लोगों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनकी भी पोल पिछले राज्यसभा के चुनाव में खुल गई थी जिसमें उन्होंने भाजपा के द्वारा समर्थित सुभाष चंद्रा को जिताने के लिए पैन की स्याही बदलकर वोट कैंसल करवा दिए थे। उन्होंने तो बैलेट पेपर ही खाली छोड़ दिया था। अब उस एहसान का बदला चुकाने के लिए भाजपा ने जहां कांग्रेस की सरकार है वहां पर तीसरा उम्मीदवार न उतारकर कांग्रेस के उम्मीदवार को जिताने का काम किया। भूपेंद्र हुड्डा को भाजपा सरकार बचा रही है इसका ताजा उदाहरण मानेसर के उल्लावास घोटाले में जिन 36 नामों में हुड्डा का नाम भी था, जिसकी चार्जशीट सीबीआई ने कोर्ट में दाखिल की थी वही चार्जशीट ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के पास भी गई थी लेकिन भाजपा सरकार के साथ मिलीभगत करके हुड्डा का नाम चार्जशीट से हटाकर क्लीन चिट दे दी। यह पहली दफा ऐसा हुआ है कि ईडी ने सीबीआई की चार्जशीट से किसी का नाम निकाला है। आज एबीसी तीनों ही इकट्ठी हैं जो आपके सामने हैं। भाजपा व कांग्रेस को छोड़ इनेलो में शामिल इनेलो नेता ने इस दौरान पानीपत के भाजपा जिला संयोजक कपिल बुद्धिराजा और प्रवीन शर्मा हलका अम्बाला सिटी को उनके समर्थकों समेत पार्टी में शामिल किया। साथ ही हलका नारायणगढ़ से कांग्रेस से आए राजेश धीमान को पार्टी में शामिल किया। इनेलो नेता ने कहा कि आज हररोज सैकड़ों की संख्या में लोग इनेलो में शामिल हो रहे हैं। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि आपके यहां कोई नेता नहीं शामिल हो रहे, का जवाब देते हुए कहा कि केवलमात्र नेताओं के जॉइन करने से पार्टी का आधार नहीं बढ़ता कार्यकर्ता ही पार्टी को खड़ा करता है। इनेलो ने की लोगों को विदेश से लाने में मदद इनेलो नेता ने बताया कि हरियाणा के बच्चे जो रसिया, यूके्रन, उज्बेकिस्तान व कजाकिस्तान में मैडिकल की पढ़ाई के लिए गए हुए थे और वहां फंस गए था। मैंने 28 बच्चों को जो कि फरीदाबाद और पलवल जिलों से थे, उनको अपने देश में लाने का प्रबंध किया। दुबई से 37 लोग जिसमें कुछ परिवार वाले भी हैं जिनकी महामारी के कारण जॉब चली गई थी पिछले दस दिन से भूखे-प्यासे थे, वो लगातार कोशिश कर रहे थे किसी तरह सरकार भारत आने में उनकी मदद करे। जब उन्होंने किसी तरह मुझ से संपर्क किया तो उनके खाने-पीने व ठहरने का इंतजाम करवाया और उनको एयर इंडिया और इंडियन एम्बेसी से बातचीत करके अपने देश में लाने का प्रबंध किया Post navigation देश में फिर से इमरजेंसी जैसे हालात: अभय सिंह चौटाला मुख्यमंत्री ने लोगों की शिकायतें सीधे सुनने की एक नई पहल